अमरानाथ यात्रा से पहले सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढे़र किया, सर्च ऑपरेशन जारी

जम्मू कश्मीर अमरानाथ यात्रा से पहले सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढे़र किया, सर्च ऑपरेशन जारी

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-06 17:27 GMT
अमरानाथ यात्रा से पहले सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढे़र किया, सर्च ऑपरेशन जारी
हाईलाइट
  • सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमों द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया
  • अमरनाथ यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलेगी

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सेना को एक बार फिर बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों ने खूंखार आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को मार गिराया है। सुरक्षाबलों के साथ शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर स्थित अनंतनाग जिले के ऊपरी इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हुई।

बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों में से एक आतंकवादी संगठन का मुखिया था, जो कि साल 2016 से सक्रिय था। उनमें से एक और आतंकी अशरफ मौलवी था, जो कि तेंगपावा कोपरनाग का रहने वाला था। जो साल 2013 में हिजबुल की सदस्यता ग्रहण की थी और फिर वांटेड आतंकी बन गया था।

सुरक्षाबलों को मिली थी खुफिया जानकारी

पुलिस के मुताबिक सुरक्षा बलों को पहलगाम के श्रीचंद टॉप पर खुफिया जानकारी मिली थी कि वहां पर आतंकवादी मौजूद है। जिसके बाद सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमों द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। जानकारी के मुताबिक, मौके पर सुरक्षा बलों की टीम जैसे ही पहुंची तो आतंकी संगठन ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में दोनों पक्षों में मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकी को  ढे़र हो गए।

गौरतलब है कि सुरक्षा बलों द्वारा इससे पहले एक आतंकवादी नौगाम निवासी मोहम्मद इश्फाक शेरगोजरी को अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके से गिरफ्तार किया गया था। जो कि हिजबुल संगठन का ही आतंकी था। जो कई आतंकी घटनाओं में शामिल था। साथ ही इस हमले के एक दिन पहले गुरूवार को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के चक फकीरा में BSF की टीम को एक सुरंग मिली थी। यह सुरंग हाल ही में खोदी हुई समझ आ रही थी, जिसके बाद से वे सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गए थे।

जांच में मिली सुरंग पाकिस्तानी पोस्ट चमन खुर्द से 900 मीटर की दूरी पर है, साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सिर्फ 100 मीटर दूरी पर है। इस पर BSF IG डीके बोरा ने बताया सुरंग से 21 रेत की बोरियां मिली हैं। हालांकि 2012 से अब तक पाकिस्तान सीमा पर 11 सुरंग मिली हैं, इन सुरंगो से जो बोरियां मिलती थीं तो उन पर करांची लिखा होता था। लेकिन इस सुरंग में मिली बोरियों पर किसी भी तरह की मार्किंग नही मिली है।   

अमरनाथ यात्रा रूट पर हुई आतंकियों से मुठभेड़

अमरनाथ यात्रा जून माह से शुरू हो रही है। जिसको लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए है। जम्मू-कश्मीर श्री अमरनाथ यात्रा की मेजबानी की तैयारी में जुटा है। गौरतलब है कि यह यात्रा कोविड-19 की वजह से लगातार दो साल तक स्थगित कर दी गई थी। अब फिर से अमरनाथ यात्रा की शुरूआत होने जा रही है।

वैसे तो इससे पहले भी कई बार यह यात्रा आतंकियों के निशाने पर रही थी, जिसको देखते हुए इस साल इसे सुरक्षित यात्रा बनाने के लिए BSF समेत कई सुरक्षा बल यात्रा की कड़ी निगरानी में जु़टे हुए हैं। अमरनाथ यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलेगी। जिसको देखते हुए सुरक्षाबलों की तरफ से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। 

  

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