जनसंख्या पर बोले रामदेव- तीसरे बच्चे को नहीं मिले वोट देने का अधिकार
जनसंख्या पर बोले रामदेव- तीसरे बच्चे को नहीं मिले वोट देने का अधिकार
डिजिटल डेस्क, हरिद्वार । योग गुरु बाबा रामदेव ने तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार को नया कानून बनाने की सलाह दी है। बाबा ने सरकार को सुझाव दिया है कि तीसरा बच्चा होने पर उस बच्चे को वोट देने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। उत्तराखंड के हरिद्वार में एक कार्यक्रम के दौरान रामदेव ने कहा, आज हमारे देश में जनसंख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है, लेकिन 150 करोड़ से अधिक नहीं होनी चाहिए। नई सरकार को इस दिशा में विचार करना चाहिए साथ ही सख्त कानून बनाना चाहिए।
रामदेव ने कहा, जनसंख्या पर नियंत्रण करना बेहद जरुरी है। यह तभी संभव हो सकता है जब एक कानून बनाकर इस पर रोक लगाई जाए। रामदेव ने कहा, तीसरे बच्चे को वोट देने का अधिकार न हो, न ही उसे दूसरी सरकारी सुविधाएं मिलें। ऐसे लोगों के चुनाव लड़ने पर भी रोक लगाई जानी चाहिए। रामदेव ने कहा, अगले 50 वर्षों में देश की आबादी 150 करोड़ से अधिक नहीं होनी चाहिए। इससे अधिक ये देश बर्दाश्त नहीं कर सकता।
Yog Guru Ramdev: Our population shouldn"t cross 150 cr in next 50 yrs. We aren"t prepared to have a population more than that. It can be possible only when a law is made that the third child won"t have voting rights, right to contest elections and facilities by the govt. (26.05) pic.twitter.com/7TdKhrL0rr
— ANI (@ANI) May 27, 2019
बाबा रामदेव ने बीते साल गौ हत्या को लेकर हुई हिंसाओं पर कहा, पूरे देश में गोवध रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। गाय के तस्करों और गोरक्षकों के बीच संघर्ष को रोकने का यही एक तरीका है। रामदेव ने कहा, हर हाल हमें और सरकारको इस दिशा में काम करना चाहिए। अगर हम ऐसा नहीं कर पाए तो आने वाले परिणाम जनहित में नहीं होंगे।
रामदेव बाबा के बयान को लेकर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केवल इसलिए अपना वोट का अधिकार नहीं खोना चाहिए क्योंकि वह अपने माता-पिता के तीसरे बच्चे हैं। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, लोगों को असंवैधानिक बातें कहने से रोकने के लिए कोई कानून नहीं है, लेकिन रामदेव के विचारों पर अनुचित ध्यान क्यों दिया जाता है? वह अपने पेट के साथ कुछ कर सकते हैं या अपने पैरों को घुमा सकते हैं इसका मतलब यह नहीं है कि नरेंद्र मोदी अपना वोट देने का अधिकार सिर्फ इसलिए खो दें, क्योंकि वह तीसरी संतान है। बता दें, पीएम मोदी दामोदरदास मोदी और हीराबा मोदी की तीसरी संतान हैं। पीएम मोदी का गुजरात के वाडनगर में 17 सितंबर 1950 में जन्म हुआ था।
There is no law preventing people from saying downright unconstitutiona things, but why do Ramdev’s ideas receive undue attention?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 27, 2019
That he can do a thing with his stomach or move about his legs shouldn’t mean @narendramodi lose his right to vote just because he’s the 3rd kid https://t.co/svvZMa4aZy