अयोध्या विवाद: बीजेपी पर हमला, नाकामी छिपाने के लिए उठाया मुद्दा

अयोध्या विवाद: बीजेपी पर हमला, नाकामी छिपाने के लिए उठाया मुद्दा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-06 05:21 GMT
अयोध्या विवाद: बीजेपी पर हमला, नाकामी छिपाने के लिए उठाया मुद्दा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को अयोध्या मामले पर बीजेपी के रवैये को लेकर बड़ा हमला किया है। ओवैसी ने बीजेपी पर अयोध्या मामले को सामने लाकर अपनी न को छिपाने के आरोप लगाए हैं। ओवैसी का ये बयान बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आया है। बता दें कि अमित शाह ने कांग्रेस पर अयोध्या मामले में दोहरा रवैया अपनाने के आरोप लगाए थे।

जनता का ध्यान भटकाने उठाया अयोध्या मुद्दे को


इसके आगे AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि बीजेपी अपनी फेलियर को छिपाने के लिए अयोध्या मामले को सामने ला रही है। ओवैसी ने कहा कि बीजेपी ने GST से हुए नुकसान, आतंकवाद रोकने में मिली नाकामी और बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दे को दबाने के लिए अयोध्या मामले के मुद्दे को उठाया है। MIM चीफ ने आरोप लगाया है इन सब तरीकों से बीजेपी जनता का ध्यान भटकाना चाहती है।

ये आस्था का नहीं बल्कि इंसाफ का मसला


इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी ने ये भी कहा कि बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव जीतने के लिए इस मामले में जल्दबाजी कर रही है। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान ओवैसी ने कहा कि बीजेपी और RSS लीडर अयोध्या विवाद पर बयान देकर सुप्रीम कोर्ट को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। ओवैसी ने आरोप लगाया कि 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर 2018 के आखिरी तक इस मामले का फैसला होने की बात कही जा रही है। इसके अलावा MIM चीफ ने ये भी कहा कि ये आस्था का नहीं, बल्कि इंसाफ का मसला है और इसका फैसला संविधान के दायरे में ही होना चाहिए।

अमित शाह ने क्या कहा था? 


इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के मुस्लिम पक्ष के वकील के तौर पर दिए दलीलों पर सवाल उठाते हुए अमित शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से राम मंदिर को लेकर सवाल पूछा था। शाह ने कहा था, "राम मंदिर विवाद को लेकर राहुल गांधी अपना रुख साफ करें कि उनका इस मामले पर क्या विचार है।" बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था, "एक तरफ राहुल गांधी गुजरात में मंदिर घूम रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कपिल सिब्बल राम जन्म भूमि मुद्दे को सुलझाने में देर करने की मांग कर रहे हैं।" वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी वोटों की राजनीति कर रही है। कांग्रेस का पक्ष हमेशा साफ रहा है कि अयोध्या मामले पर फैसला सुप्रीम कोर्ट करेगा। कानून मंत्री ने भी कई बार ऐसा कहा है। बीजेपी मंथरा की भूमिका निभा रही है।

8 फरवरी को होगी अगली सुनवाई


मंगलवार को अयोध्या विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में की गई। 3 जजों की बेंच ने इस मामले की सुनवाई के लिए अगले साल 8 फरवरी की तारीख दी है। अब 8 फरवरी 2018 को अयोध्या विवाद मामले की सुनवाई फिर से सुप्रीम कोर्ट में शुरू होगी। वहीं इस सुनवाई के दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के एडवोकेट और कांग्रेस लीडर कपिल सिब्बल ने इस मामले की सुनवाई 2019 तक टालने की बात कही थी। हालांकि, चीफ जस्टिस ने साफ कर दिया है कि 8 फरवरी के बाद इस मामले की सुनवाई नहीं टाली जाएगी।

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