खालिस्तानी संगठन ने ली जिम्मेदारी, कई वकीलों पर आए अंतर्राष्ट्रीय कॉल
पीएम सुरक्षा चूक पर नया मोड़ खालिस्तानी संगठन ने ली जिम्मेदारी, कई वकीलों पर आए अंतर्राष्ट्रीय कॉल
- सबसे बड़ा सवाल किसानों तक कैसे पहुंची बात ?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब दौरे पर गए पीएम मोदी की सुरक्षा चूक मामले की सुनवाई आज सुप्रीम कोर्ट में हुई,सीजेआई एनवी रमन्ना ने सुनवाई करते हुए आगे की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की अध्यक्षता में एक कमेटी की निगरानी में की जाएंगी। जिसमें डीजीपी चंडीगढ़, हाईकोर्ट रजिस्ट्रार जनरल, एडीएल डीजीपी पंजाब सिक्योरिटी, आईजी एनआईए को शामिल किया जाएगा। पीएम सुरक्षा चूक की याचिका एक एनजीओ द्वारा लगाई गई हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा पीएम सुरक्षा चूक मामले में जांच कमेटी गठित के बाद अब एक नया मोड़ सामने आया है। कोर्ट के ठीक फैसले के बाद 50 से ज्यादा वकीलों को अंतरराष्ट्रीय नंबर से फोन आया जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह फोन कॉल पीएम मोदी की सुरक्षा में सेंध मामले से संबंधित थे। एक निजी समाचार वेबसाइट पर छपी खबर के मुताबिक फोन कॉल में पीएम की सुरक्षा में सेंध लगाने की जिम्मेदारी सिख फॉर जस्टिससंगठन ने ली है। सिख फॉर जस्टिस एक खालिस्तानी संगठन है, जिसे भारत सरकार ने बैन कर रखा है। आपको बता दें इससे पहले भी लुधियाना कोर्ट में हुए ब्लास्ट में भी इसी संगठन का हाथ बताया जा रहा था। कोर्ट ब्लास्ट के आरोपी जसविंदर सिंह मुल्तानी को जर्मनी से अरेस्ट किया गया था।
केंद्र की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल ने इसे इंटेलिंजेस फैल होने का दावा किया जिसे किसी वीवीआईपी की सुरक्षा में ऐसी चूक एक गंभीर के साथ खतरनाक भी है।ड
आपको बता दें प्रदर्शनकारी किसानों के विरोध के चलते पीएम के काफिले को 5 जनवरी को एक फ्लाईओवर पर करीब 15 से 20 मिनट तक इंतजार कर रूकना पड़ा था। जो पीएम सुरक्षा में एक गंभीर चूक थी। जिस पर आज फिर सीजेआई एनवी रमन्ना ,जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ की तीन सदस्यीय बैंच सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई करेगा।
इससे पहले शुक्रवार को शीर्ष अदालत में हुई सुनवाई में कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को पीएम दौरे के दौरान सभी रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया था। आपको बता दें पीएम का काफिला सड़क पर पल भर के लिए नहीं रूकता, उनकी यात्रा के लिए पहले से ही खुला रास्ता रखा जाता है। जिसकी जानकारी कुछ ही जिम्मेदार अधिकारी को होती है। अब जांच इस बात की हो रही है कि किसानों तक पीएम यात्रा की जानकारी कैसे पहुंची।
पंजाब के चुनावी दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी को किन्हीं कारणों की वजह से अचानक सड़क मार्ग से यात्रा करनी पड़ी, कुछ देर बाद अचानक किसानों का गुत्था प्रदर्शन करने आ गया। प्रदर्शनकारी किसानों के चलते प्रधानमंत्री को एक पुल के ऊपर करीब 15 से 20 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। जिसे पीएम की सुरक्षा चूक में बड़ी लापरवाही बताया जा रहा हैं। इसके ठीक बाद बंठिडा हवाई अड्डा पर पहुंचकर पीएम ने अधिकारियों से कहा अपने सीएम को धन्यवाद कहना कि मैं यहां तक जिंदा लौट पाया। इसके बाद राजनीति में बयानबाजी की बाढ़ सी आ गई।