प्रदेश में 7 साल का बच्चा बना ओमिक्रॉन का पहला मामला
पश्चिम बंगाल प्रदेश में 7 साल का बच्चा बना ओमिक्रॉन का पहला मामला
- देश में कुल आकड़ा 73 पहुंचा
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बुधवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया। राज्य के मालदा में सात साल के एक बच्चे के कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
सात साल का बच्चा 11 दिसंबर को गैर-जोखिम वाले देशों में से एक अबू धाबी से हैदराबाद पहुंचा था और फिर उसी दिन मालदा जाने से पहले कोलकाता पहुंचा था। वह हैदराबाद में पॉजिटिव पाया गया और उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया।
एक अधिकारी ने कहा, आज (बुधवार) सुबह, यह ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया.. हैदराबाद के अधिकारियों ने हमें सूचित किया।
मालदा के कालियाचक में रहने वाले बच्चे को उसके पिता और बहन के साथ मालदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि उसकी हालत अब स्थिर है।
संयोग से उसकी और बहन, दोनों की 12 दिसंबर को मालदा की एक निजी लैब में किए गए टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
इसके बारे में पूछे जाने पर स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, एक टेस्ट से हम पुष्टि नहीं कर सकते कि वह नेगेटिव है या नहीं। कम से कम दो टेस्ट की जरूरत है और हमने आज उसका नमूना ले लिया है।
उन्होंने कहा, बुधवार को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की गई थी और बच्चे, उसकी बहन, उसके पिता, मां और दादी से नमूने लिए गए। यदि ये पॉजिटिव पाए जाते हैं, तो इन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा कि बच्चे के संपर्क में आए घर के अन्य सदस्यों को सख्ती से अलग-थलग रहने की सलाह दी गई है।
अधिकारी ने कहा, हमारी राज्य टीम पिछले तीन दिनों से बच्चे के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर काम कर रही है। विमान में और उसके यात्रा मार्ग में यात्रियों की पहचान करने के लिए सभी उपाय कर रही है। संतोष के लिए और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सरकार हवाईअड्डे पर जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर गैर-जोखिम वाले देशों की उड़ानों से उतरे कोविड पॉजिटिव यात्रियों को छोड़ देती है, अधिकारी ने कहा, यह भारत सरकार का प्रोटोकॉल है और हम इसका सख्ती से पालन करते हैं।
अब तक दो मामले पाए गए हैं और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए नमूने भेजे गए। दूसरा व्यक्ति अभी भी आईडीबीजी अस्पताल में भर्ती है।
(आईएएनएस)