mobikwik को लगा चूना, ई-वालेट से 6 हजार अकाउंट्स में ट्रांसफर हुए 19 करोड़ रुपए
mobikwik को लगा चूना, ई-वालेट से 6 हजार अकाउंट्स में ट्रांसफर हुए 19 करोड़ रुपए
डिजिटल डेस्क गुड़गांव। ई-कॉमर्स कंपनी मोबीक्विक ने गुड़गांव पुलिस साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है कि उसके विभिन्न खातों में से 19 करोड़ रुपए से ज्यादा रुपए फर्जीवाड़ा करते हुए दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिए गए हैं। मोबिक्विक ने बताया कि ई-वॉलेट से हरियाणा, पंजाब, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों के छह हजार बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। कंपनी ने इस फर्जीवाडे के पीछे किसी हैकर की भूमिका होने का शक जताया है।
सौ से ज्यादा खाते सीज
साइबर सेल की प्रारंभिक जांच के बाद 100 से ज्यादा खातों को सीज कर दिया गया है। कुरुक्षेत्र के एक खाते में दो करोड़ रुपए जमा किए गए हैं। अब पुलिस इनकी जांच कर रही है। पुलिस प्रवक्ता मनीष सहगल ने बताया कि हम जल्दी ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच जाएंगे। जांच में यह भी सामने आया है कि कंपनी के वॉलेट से अलग-अलग राज्यों के छह हजार बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ है।
ऑनलाइन फर्जीवाड़ा या सिस्टम का दोष?
गुड़गांव पुलिस के प्रवक्ता सहगल ने बताया मोबिक्विक की शिकायत पर गुड़गांव पुलिस ने साइबर अपराध की विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस की साइबर सेल यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह ऑनलाइन फर्जीवाड़ा है या फिर कंपनी के सिस्टम की कमजोरी।
यूजर्स का नहीं, कंपनी का हुआ नुकसान
कंपनी की ओर से 26 सितंबर को की गई शिकायत में कहा गया है कि मोबिक्विक के डिजिटल वॉलेट से 19.60 करोड़ रुपए अवैध रूप से अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए हैं। आशंका है कि किसी हैकर ने यह काम किया है। हालांकि, कंपनी ने आश्वस्त किया है कि उसके यूजर्स का पैसा और तमाम डाटा पूरी तरह सुरक्षित है। इस फर्जीवाड़े में जो भी नुकसान हुआ है, वह कंपनी का ही हुआ है।
क्या है मोबिक्विक?
यह ई-वालेट कंपनी है, जो मोबाइल के जरिए नकदी लेनदेन करती है। इस कंपनी को 2009 में बिपिन प्रीत सिंह ने प्रमोट किया किया है। हालांकि, बाद में रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने कंपनी की सेवा पर रोक लगा दी थी।