नाबन्ना प्रोटेस्ट: आंसू गैस के गोले और वॉटर कैनन से भी नहीं पस्त हुए प्रोटेस्टर्स के हौसले, बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश जारी
- नबन्ना पर किया प्रदर्शनकारियों ने किया प्रोटेस्ट
- पुलिस ने की रोकने की कोशिश
- प्रदर्शनकारियों ने नहीं मानी हार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। डॉक्टर को इंसाफ दिलाने के लिए आज छात्र सड़क पर उतर गए हैं। हावड़ा में सचिवालय की नई इमारत 'नबन्ना' को घेरने की पूरी तैयारी है। यह विरोध मार्च "पश्चिम बंगाल छात्र समाज" के छात्रों ने निकाला है। जिसको रोकने के लिए ममता सरकार जुटी पड़ी है और पूरी तैयारियां कर ली है। करीब छह हजार या उससे ज्यादा पुलिसकर्मी इस मार्च को रोकने के लिए लगे हैं। साथ ही दफ्तरों में आधे दिन की छुट्टी भी कर दी गई है।
क्या हैं प्रदर्शकारियों की मांगें?
प्रदर्शनकारियों की सिर्फ तीन ही मांगे हैं। जिसमें पीड़िता के लिए न्याय उनका मुख्य मकसद है। इसके अलावा वह अपराध में शामिल लोगों और उनको बचाने की कोशिश करने वाले लोगों की सजा चाहते हैं। स्वास्थ्य और पुलिस मंत्री के रूप में उनकी विफलता के लिए सीएम ममता बनर्जी का इस्तीफा चाहते हैं।
किन छात्रों ने शुरू किया प्रदर्शन?
विरोध मार्च को लीड करने वाले तीन मुख्य छात्र हैं जो ट्रेनी डॉक्टर के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। इस छात्र संगठन की तरफ से सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई थी। इन तीन मुख्य छात्रों के नाम शायन लाहिड़ी, शुभांकर हलदर, पलाश घोष हैं।
प्रदर्शनकारियों ने क्या किया?
नबन्ना प्रोटेस्ट करने के लिए निकले हुए छात्रों ने पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ दिया है। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। इस दौरान ताबड़तोड़ पत्थरबाजी भी हुई है। इसके अलावा पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं। पुलिस छात्रों को समझाती है कि वह हट जाएं वहां से साथ ही उनका प्रदर्शन भी गैरकानूनी है।
प्रदर्शनकारियों को रोकने की पूरी कोशिश
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस अपनी पूरी कोशिश कर रही है। पुलिस उनको रोकने के लिए गैस के गोलों को दाग रही है और उनके आगे बढ़ने पर वॉटर कैनन से दूर कर रही है। साथ ही आंसू के गोले भी दागती जा रही है।
प्रदर्शनकारी नहीं मान रहे हैं हार
लाठीचार्ज, वॉटर कैनन और आंसू के गोले दागने के बाद भी प्रदर्शनकारी हार नहीं मान रहे हैं। इतना होने पर भी अब प्रदर्शनकारी हावड़ा ब्रिज पर धरना दे रहे हैं। साथ ही ब्रिज से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। पुलिस-प्रशासन उनको पीछे भेजने की कोशिश कर रहा है लेकिन वह हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर चलाना शुरू कर दिया था। इसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई।