एमवीए प्रोटेस्ट: छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने पर MVA का विरोध प्रदर्शन, उद्धव-शरद पहुंचे गेटवे ऑफ इंडिया
- यह राजनीतिक आंदोलन है- उपमुख्यमंत्री फडणवीस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिराने को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) मुंबई में आज विरोध प्रदर्शन कर रही है। एमनीए ने लाउख मुंबई के हुतात्मा चौक से लेकर गेटवे ऑफ इंडिया तक मार्च निकाला है। इस प्रदर्शन में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, पार्टी नेता आदित्य ठाकरे, संजय राउत और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने हिस्सा लिया है। इतना ही नहीं बल्कि, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सुप्रिया सुले भी इस मार्च में शामिल हैं।
#WATCH | MVA holds a protest march in Mumbai over Chhatrapati Shivaji Maharaj's statue collapse incident.Shiv Sena (UBT) chief Uddhav Thackeray, party leaders Aaditya Thackeray and Sanjay Raut, and Maharashtra Congress chief Nana Patole also join the protest march. pic.twitter.com/kZLq5TGqL1
— ANI (@ANI) September 1, 2024
शिवाजी महाराज की मूर्ति लेकर पहुंचे MVA के नेता
आपको बता दें कि, मुंबई में जोरो शोरों से विरोध प्रदर्शन जारी है। लोग बैरन पकड़ के मार्च निकाल रहे हैं। साथ ही, एमएनवी के नेता अपने हाथों में शिवाजी महाराज की मूर्ति लिए विरोध प्रदर्शन में जुटे हुए हैं।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने क्या कहा?
विरोध प्रदर्शन को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "ये जो आज आंदोलन हो रहा है पूरे तरीके से राजनीतिक आंदोलन है इन्होंने कभी भी छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान नहीं किया। आप मुझे पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी का लाल किले से एक भी भाषण दिखाइए जिसमें उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज का उल्लेख किया हो। नेहरू जी ने तो अपने 'भारत की खोज' में छत्रपति महाराज का अपमान किया। क्या उसकी माफी कांग्रेस पार्टी और महा विकास अघाड़ी मांगेगी?
#WATCH नागपुर: छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने की घटना पर MVA के द्वारा विरोध मार्च निकाले जाने पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "ये जो आज आंदोलन हो रहा है पूरे तरीके से राजनीतिक आंदोलन है इन्होंने कभी भी छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान नहीं किया। आप… pic.twitter.com/w38xhMPJwC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 1, 2024
जानें पूरा मामला
रिपोर्ट के मुताबिक, छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित करने पर 3600 करोड़ रुपये की लागत आई थी। 1 नवंबर 2018 महाराष्ट्र कैबिनेट ने प्रोजेक्ट को एडमिनिस्ट्रेटिव अप्रूवल दिया था और 3700.84 करोड़ रुपये के खर्च को मंजूरी दी गई थी, जिसमें साइट का सर्वेक्षण और जांच से लेकर पुलिस द्वारा सुरक्षा उपाय शामिल थे। सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण 4 दिसंबर, 2023 को किया गया था। जिसका उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। जिसके बाद 26 अगस्त 2024 को 35 फीट ऊंची शिवाजी की प्रतिमा ढहने से राज्य में सियासत गरमा गई।
महाविकास आघाड़ी की ओर से लगातार सरकार से माफी मांगने की अपील की जा रही है। उद्धव ठाकरे, कांग्रेस नेता नाना पटोले और संजय राउत सहित शरद पवार शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने को लेकर महायुति को घेरने में लगे हुए हैं। उद्धव ठाकरे की पार्टी ने रविवार से "सरकार को जूते मारो आंदोलन" शुरू करने का ऐलान किया है। जिसमें महाविकास आघाड़ी के सभी नेता शामिल होंगे।
मोदी ने मांगी माफी
आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने को लेकर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि, 'शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं।'