मौसम अपडेट: कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट, तो कहीं बारिश का नामोनिशान नहीं, जानें कहां का कैसा रहने वाला है मौसम
- कुछ राज्यों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी
- इन राज्यों के मौसम में अभी बदलाव आने में समय
- मछुआरों को दी गई चेतावनी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में मानसून ने अलविदा कह दिया है। लेकिन कुछ जगहों पर अब भी मानसून सक्रीय है। मौसम विभाग के मुताबिक, आज के दिन दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश के साथ-साथ कई और राज्यों में मौसम गर्म और सूखा रहेगा। अगले कुछ दिनों में दिल्ली के मौसम का हाल ऐसा ही रहने वाला है। आसमान साफ रहने के चलते बारिश की भी कोई संभावना नहीं है। चलिए जानते हैं और राज्यों के क्या रहने वाले हैं हाल।
किन राज्यों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, कई जगहों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी है। जिसमें तमिलनाडु, केरल, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पुडुचेरी और तटीय कर्नाटक शामिल हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, 11 अक्टूबर तक 35 से 45 किमी प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चलने की संभावना है।
दिल्ली में कैसा रहने वाला है मौसम?
उत्तर पश्चिम, पश्चिम, पूर्व के साथ मध्य भारत के मौसम का पूर्वानुमान नहीं लगाया गया है जिसका मतलब है कि मौसम सामान्य रहेगा। दिल्ली में बादल छाए रहने की संभावना है। दिन में अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
किन जगहों पर मानसून जाएगा वापस?
मौसम विभाग के मुताबिक, कई जगहों मानसून अलविदा कह रहा है। जिसमें गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां से मानसून वापस चला जाएगा। वहीं उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा की बात करें, तो यहां से मानसून जा चुका है।
कहां बारिश के आसार?
मौसम विभाग के अनुसार, इस हफ्ते पुर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। जिसमें खासतौर पर, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा की अलग-अलग जगहें शामिल हैं।
मछुआरों को दी गई चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, 9 से 11 अक्टूबर के बीच कई जगहों पर भारी बारिश के अलावा 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। जिसके चलते मछुआरों को कुछ हिस्सों में जाने के लिए मना किया गया है। जिसमें मालदीव, लक्षद्वीप कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण-पूर्व अरब सागर के कई हिस्से, कैलोंग और केरल, कर्नाटक तट, मन्नार की खाड़ी के कई हिस्से शामिल हैं।