मोदी का मंदिर बनाने वाले का इस्तीफा: पीएम मोदी को भगवान मानकर उनके लिए मंदिर बनाने वाले बीजेपी कार्यकर्ता ने छोड़ी बीजेपी, संगठन पर लगाए गंभीर आरोप
- पीएम मोदी का मंदिर बनवाने वाले कार्यकर्ता ने छोड़ी बीजेपी
- वफादार कार्यकर्ताओं में से रहे हैं एक
- मुंडे अब भी करते हैं पीएम मोदी का समर्थन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे में जिस कार्यकर्ता ने पीएम नरेंद्र मोदी का मंदिर बनवाया था उन्होंने ही बीजेपी की पार्टी छोड़ दी है। बता दें मयूर मुंडे ने साल 2021 में पीएम मोदी के मंदिर का निर्माण किया था जो काफी चर्चा में था। महाराष्ट्र में आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी की पुणे युनिट के अंदर मतभेद दिख रहे हैं। कोथरुड और खडकवासला के मौजूदा विधायकों पर उम्मीदवार को चुनने की प्रक्रिया में दखल देने की कोशिश का आरोप लगाया गया है। कहा जा रहा है कि शिवाजीनगर से विधायक सिद्धार्थ शिरोले पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रहे हैं। जिसे लेकर श्री नमो फाउंडेशन के मयूर मुंडे ने शिरोले के खिलाफ नाराजगी जताई है साथ ही उनके ऊपर लगे आरोपों को भी सार्वजनिक कर दिया है।
मयूर मुंडे का क्या है कहना?
मयूर मुंडे ने कहा कि, "मैंने कई सालों तक वफादार पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर काम किया है। मैं अलग-अलग पदों पर रहा और पार्टी के लिए इमानदारी से काम किया।" इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मुंडे ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने वफादार कार्यकर्ताओं को अनदेखा कर रही है। साथ ही दूसरी पार्टी से शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि विधायक अपना समर्थन आधार बढ़ाने में लगे हैं। जिसके लिए पदाधिकारियों की नियुक्ति चालू है। वहीं दूसरी पार्टी से आए हुए लोगों को पार्टी के अलग-अलग पद दिए जा रहे हैं। मुंडे ने आगे कहा कि, पुराने पदाधिकारियों का अपमान हो रहा है। साथ ही उनको पार्टी की बैठकों में भी शामिल होने के लिए नहीं बुलाया जाता है। इतना ही नहीं बल्की उनकी राय तक नहीं सुनी जा रही है। चुनाव प्रक्रिया से भी दूर रखा जा रहा है।
मुंडे अब भी करते हैं पीएम मोदी का समर्थन
बीजेपी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद मुंडे ने कहा कि, "मौजूदा विधायक उन लोगों के इलाकों में विकास निधि खर्च कर रहे हैं जो दूसरी पार्टियों से बीजेपी में आए हैं। पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं को कुछ नहीं दिया जा रहा है।" आगे उन्होंने कहा कि, मौजूदा विधायक को बीते हुए 5 साल में शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र में किसी भी 2 परियोजनाओं को लागू करने के लिए धन भी मिला जबकि उन्होंने इसके लिए कोई प्रयास भी नहीं किया। ऐसे में वोटिंग इलाकों का विकास रुक गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि, "मैं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं पीएम मोदी का कट्टर समर्थक हूं और उनके लिए काम करता हूं। लेकिन, पार्टी में हमारे जैसे लोगों के लिए कोई जगह नहीं बची है। इसलिए मैंने इस्तीफा लेने का फैसला किया है।"