डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 90 सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में 6 जिलों की 26 सीटों पर दूसरे चरण कि वोटिंग हुई। इन सीटों में से 15 कश्मीर और 11 जम्मू की सीटों पर मतदान जारी है। दूसरे चरण में कुल 239 कैंडिडेट्स अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिसमें से 233 पुरष और 6 महिलाएं शामिल हैं। वहीं, 25 लाख मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लिया। रियासी में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई, तो वहीं श्रीनगर में सबसे कम।आपको बता दें कि, जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर की 8 विधानसभा सीटों पर मतदान हुए। दूसरी ओर सबसे कम सीटों वाले गांदरबल में सिर्फ 2 सीटों पर वोटिंग हुई। इसके अलावा बडगाम जिले की 5, रियासी जिले की 3, राजौरी जिले की 5 और पुंछ जिले की 3 सीटों पर मतदान हुआ। बता दें, 26 विधानसभा सीटों पर 3,500 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे। जिन पर 13,000 से भी ज्यादा मतदान कर्मचारियों को तैनात किया गया था।यह भी पढ़े -पुणे ब्लास्ट केस में मेमन को जमानत, विशेष समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ याचिका, दरगाह अवैध निर्माण पर कार्रवाई नहीं होने से फटकारसुरक्षा बल तैनातजम्मू-कश्मीर के जिन जिलों में मतदान हो रहे हैं वह आतंकी घटनाओं को लेकर ज्यादा चर्चा में रहते हैं। हाल ही में राजौरी, रियासी और पुंछ में इसी तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसे में इन जिलों की सुरक्षा एक बड़ा सवाल है। जानकारी के मुताबिक, लोगों की सेफ्टी के लिए बड़ी संख्या में पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल और केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बल के जवान तैनात थे।यह भी पढ़े -भूतपूर्व सैनिकों का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता- मुख्यमंत्री मोहन यादव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 90 सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में 6 जिलों की 26 सीटों पर दूसरे चरण कि वोटिंग हुई। इन सीटों में से 15 कश्मीर और 11 जम्मू की सीटों पर मतदान जारी है। दूसरे चरण में कुल 239 कैंडिडेट्स अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिसमें से 233 पुरष और 6 महिलाएं शामिल हैं। वहीं, 25 लाख मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लिया। रियासी में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई, तो वहीं श्रीनगर में सबसे कम।आपको बता दें कि, जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर की 8 विधानसभा सीटों पर मतदान हुए। दूसरी ओर सबसे कम सीटों वाले गांदरबल में सिर्फ 2 सीटों पर वोटिंग हुई। इसके अलावा बडगाम जिले की 5, रियासी जिले की 3, राजौरी जिले की 5 और पुंछ जिले की 3 सीटों पर मतदान हुआ। बता दें, 26 विधानसभा सीटों पर 3,500 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे। जिन पर 13,000 से भी ज्यादा मतदान कर्मचारियों को तैनात किया गया था।यह भी पढ़े -पुणे ब्लास्ट केस में मेमन को जमानत, विशेष समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ याचिका, दरगाह अवैध निर्माण पर कार्रवाई नहीं होने से फटकारसुरक्षा बल तैनातजम्मू-कश्मीर के जिन जिलों में मतदान हो रहे हैं वह आतंकी घटनाओं को लेकर ज्यादा चर्चा में रहते हैं। हाल ही में राजौरी, रियासी और पुंछ में इसी तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसे में इन जिलों की सुरक्षा एक बड़ा सवाल है। जानकारी के मुताबिक, लोगों की सेफ्टी के लिए बड़ी संख्या में पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल और केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बल के जवान तैनात थे।यह भी पढ़े -भूतपूर्व सैनिकों का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता- मुख्यमंत्री मोहन यादव