हाथरस हादसा: सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका दाखिल, याचिकाकर्ता ने की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच की मांग, सीजीआई के पास पहुंचा मामला
- हाथरस मामले की जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दर्ज
- राहुल गांधी पहुंचे हाथरस
- सीएम योगी को सौंपी एसआईटी रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में 2 जुलाई को हुआ हाथरस कांड अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक जा पहुंचा है। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से सैकड़ों लोगों की जान चली गई। साथ ही दर्जनों लोग घायल हुए। इसी मामले के चलते उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में हाथरस मामले की जांच पड़ताल करने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट इस याचिका की जानकारी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ को भिजवा दी है।
CJI को भेजा मेल
हाथरस हादसे पर जल्द से जल्द सुनवाई की मांग करते हुए याचिकाकर्ता ने मुख्य न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ को मेल भेजा है। जिसमें याचिकाकर्ता ने कहा कि हाथरस कांड की पड़ताल के लिए 5 अधिकारियों की कमिटी बनाई जाए। साथ ही रिटायर्ड जज की निगरानी में मामले की सुनवाई होने की भी मांग की है। बस इतना ही नहीं बल्कि आगे से होने वाले आयोजनों के लिए गाइडलाइंस जारी करने की मांग की। ऐसे कार्यक्रम जिसमें ज्यादा संख्या में लोग एकत्रित होते हैं।
सीजेआई को भेजे इस मेल में आरोपियों पर एक्शन लेने को कहा है। हाथरस हादसे के पीछे जितने भी लोग और अधिकारी शामिल थे, उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई करने की अपील की गई है।
राहुल गांधी हाथरस पहुंचे
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को हाथरस और अलीगढ़ पहुंचे। जहां राहुल ने मृतकों के परिवार से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवार की मदद करने का आश्वासन दिया। राहुल का कहना है कि मुआवजे की राशि बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि हादसे का शिकार हुए लोग बड़े ही गरीब हैं।
हाथरस हादसा या साजिश?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हाथरस हादसे की 15 पन्नों वाली एसआईटी रिपोर्ट दे दी गई है। रिपोर्ट में डीएम और एसपी के साथ लगभग 100 लोगों के बयान मौजूद हैं। जानकारी के मुताबिक सीएम योगी को दी गई इस एसआईटी रिपोर्ट में कई राजनीतिक नेताओं के भी नाम सामने आए हैं। इन नेताओं को चुनाव जिताने में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का हाथ होने की खबर दी जा रही है। साथ ही रिपोर्ट में सोची समझी साजिश की भी बात की है। जानकारी के मुताबिक 2 जुलाई को हाथरस में सत्संग कर रहे भोले बाबा के सेवादारों पर भी सवाल उठाए गए हैं।