ड्रग्स फैक्टरी: वाराणसी के गांव में ड्रग्स फैक्ट्री का खुलासा, पुलिस ने जब्त किए 28 करोड़ के सामान, दो आरोपी गिरफ्तार

  • वाराणसी के गांव में ड्रग्स फैक्ट्री पर रेड
  • करीब 28 करोड़ के सामान जब्त
  • दो आरोपी गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-20 05:41 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ठाणे क्राइम ब्रांच ने करीब डेढ़ महीने की निगरानी के बाद वाराणसी के एक गांव में ड्रग फैक्टरी पर छापेमारी की है। पुलिस ने ड्रग फैक्टरी से करीब 28 करोड़ रुपये का सामान जब्त किया है। इसके अलावा दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल, ठाणे क्राइम ब्रांच ने कुछ समय पहले ड्रग-तस्करी के मामले में मुंबई से सटे वसई-नालासोपारा से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान पुलिस को तस्करी और ड्रग बनाने में शामिल कुछ अन्य लोगों का पता चला। क्राइम ब्रांच की टीम ने हुलिया बदल कर करीब डेढ़ महीने तक वाराणसी के गांव में आरोपी मोनू सिंह की निगरानी की और अब जाकर छापेमारी और गिरफ्तारी की गई है।

28 करोड़ का सामान जब्त

पुलिस ने जब फैक्ट्री पर रेड किया तो वहां भारी मात्रा में क्रिस्टल पाउडर मिला। इस क्रिस्टल पाउडर से बड़ी मात्रा में मेफेड्रान बनाया जा रहा था जो नशे के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ड्रग्स होता है। इसके अलावा फैक्ट्री में ड्रग्स बनाने वाली अन्य सामग्री और मशीनरी भी बरामद हुई। फैक्ट्री से 2,645 किलो एमडी ड्रग्स मिला है अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जिसकी कीमत करीब 2 करोड़ 64 लाख 50 हजार रुपये आंकी गई है। इसके अलावा फैक्ट्री में रखे अलग-अलग रसायनों की कुल कीमत करीब 25 करोड़ बताई जा रही है। बरामद सामग्री से करीब 25 किलो एमडी ड्रग्स बनाया जा सकता है। पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, वाराणसी के भगवतीपुर गांव में ड्रग फैक्ट्री पर की गई रेड में 27 करोड़ 78 लाख 55 हजार का सामान जब्त किया गया है। वहीं 8 लाख 62 हजार 902 रूपये का अन्य सामान भी मिला है।

कैसे जुड़े वाराणसी से तार?

जानकारी के मुताबिक, सबसे पहले ठाणे क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में मुंबई से सटे वसई-नालासोपारा के चार ड्रग्स तस्करी के आरोपी आए। गिरफ्तार आरोपियों में आफताब अजीज मलाडा (22), जयनाथ चांदबली (27) यादव उर्फ कांचा, शेर बहादुर राधेश्याम सिंह (32) उर्फ अंकित और हुसैन सलीम सैय्यद (48) का नाम शामिल था। गिरफ्तारी के दौरान इन आरोपियों के पास से 481 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त किया गया था जिसकी कीमत करीब 14 लाख 5 हजार रुपये बताई गई। पूछताछ के दौरान पुलिस को ओम गुप्ता उर्फ मोनू के बारे में पता चला। पुलिस ने जब मोनू के बारे में छानबीन की तो पता चला कि वह अपने अन्य सहयोगियों के साथ वाराणसी के भगवतीपुर गांव में है। पुलिस को इसी गांव के एक मकान में एमडी ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री के बारे में पता चला जिसके बाद करीब एक दर्जन अधिकारी भेष बदल कर डेढ़ महीने तक वाराणसी में रहे और ड्रग तस्कर पर निगाहें रखी। पुलिस ओम गुप्ता के साथ-साथ उसके सहयोगी प्रदीप प्रजापति के तलाश में थी जिसके मकान में एमडी ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही थी। पुलिस ने फैक्ट्री पर छापेमारी कर तालुका पिंडरा के पुयारीकला निवासी 36 वर्षीय अशोक कुमार सिंह और तिवारीपुर गांव के 38 वर्षीय संतोष गुप्ता को गिरफ्तार किया है।

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