केजरीवाल के 'भरत': सीएम की कुर्सी पर बैठे बिना राज चलाएंगी आतिशी, भरत की तरह दूसरी कुर्सी पर बैठ शुरू किया काम, बगल में रखी 'ऑफिशियल चेयर'
- आतिशी ने संभाली आधिकारिक तौर पर कमान
- आतिशी करेंगी अरविंद केजरीवाल के वापस सीएम बनने का इंतजार
- सीएम ने साधा बीजेपी पर निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी सीएम की कुर्सी पर बैठी तो हैं लेकिन उन्होंने अपने बगल में एक कुर्सी अरविंद केजरीवाल के लिए खाली छोड़ी है। उनका मानना है कि इस समय भले ही वह सीएम पद संभाल रही हैं लेकिन केजरीवाल ही हमेशा सर्वोच्च स्थान पर रहेंगे, उनकी जगह कोई और नहीं ले सकता है। आतिशी ने 23 सितंबर को कमान संभालने के साथ मीडिया से कहा- जिस प्रकार भरत जी ने भगवान राम के खड़ाऊ गद्दी पर रख कर सिंहासन संभाला था ठीक उसी तरह मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालूंगी।
केजरीवाल के आने तक खाली रहेगी कुर्सी
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के वापस आने तक एक कुर्सी उनके लिए खाली ही रहेगी। साथ ही, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा- आज मेरे मन में भरत की व्यथा है। बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर कीचड़ उछालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जबतक दिल्ली वाले उनकी ईमानदारी साबित नहीं करते वह कुर्सी पर नहीं बैठेंगे और इस्तीफा दे दिया। दिल्ली के लोग दोबारा अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाएंगे।
जनता फिर केजरीवाल को ही सीएम बनाएगी- आतिशी
आतिशी ने आगे सीएम की कुर्सी का असली हकदार केजरीवाल को बताते हुए कहा- छह महीने के लिए केजरीवाल को जेल में डाला गया। कोर्ट ने भी कहा कि अरविंद केजरीवाल को एजेंसी ने दुर्भावना से गिरफ्तार किया। यह कुर्सी अरविंद केजरीवाल की ही है। मुझे भरोसा है कि फरवरी में होने वाले चुनाव में दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को जिताकर फिर से मुख्यमंत्री बनाएगी। तब तक अरविंद केजरीवाल की यह कुर्सी यहीं रहेगी।