मुश्किल में कांग्रेस: कांग्रेस को पंजाब में भी लग सकता है झटका, मनीष तिवारी के भाजपा में शामिल होने की अटकलें
- कांग्रेस को पंजाब में भी लग सकता है झटका
- मनीष तिवारी छोड़ सकते हैं पार्टी का हाथ
- भाजपा में शामिल होने की अटकलें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। हर दिन किसी नेता के पाला बदलने की संभावना को लेकर खबरें सामने आ रही है, जिसमें सबसे ज्यादा नेताओं के कांग्रेस पार्टी छोड़ने की घटना सामने आ रही है। वहीं अगर नई पार्टी में शामिल होने की बात करें तो हर कोई भाजपा में शामिल होते जा रहा है। दिग्गज कांग्रेस नेता कमलनाथ के बाद अब मनीष तिवारी का नाम सामने आ रहा है। अटकलें लगाई जा रही है कि कांग्रेस नता जल्द ही पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो जाएंगे। हालांकि, मनीष तिवारी के करीबी सूत्र इन अटकलों को हास्यासपद बता रहे हैं।
इस वजह से फंसा है पेंच
भाजपा के करीबी सूत्रों के हवाले से मीडिय रिपोर्ट्स में किए जा रहे दावे के मुताबिक, मनीष तिवारी लुधियाना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वहीं भाजपा के पास इस सीट के लिए एक सक्षम उम्मीदवार पहले से मौजूद है। यही वजह है कि मनीष तिवारी के भाजपा में शामिल होने का पेंच अब तक फंसा हुआ है। सूत्रों के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि मनीष तिवारी इस बार पंजाब के आनंदपुर साहिब की जगब भाजपा के टिकट पर लुधियाना से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं।
ऑफिस ने दावों को किया खारिज
मनीष तिवारी के भाजपा में शामिल होने की खबरों के बीच उनके ऑफिस के तरफ से एक बयान जारी किया गया है। इसमें ऑफिस की तरफ से कहा गया, "मनीष तिवारी के बीजेपी में शामिल होने की खबरें निराधार हैं। वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में हैं और अपने क्षेत्र के विकास कार्यों की देखभाल कर रहे हैं। शनिवार की रात को ही वो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर पर रुके थे।"
मनीष तिवारी कांग्रेस के पुराने नेताओं में से एक हैं। वह कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में 2012 से 2014 के बीच सूचना प्रसारण मंत्री के पद पर थे। इसके अलावा वह कांग्रेस प्रवक्ता के रूप में भी पार्टी के लिए काम कर चुके हैं।