मायावती का नेता प्रतिपक्ष पर हमला: बसपा सुप्रीमो मायावती ने साधा राहुल गांधी पर निशाना, कहा- इतने साल तक सत्ता में रहने के बावजूद क्यों नहीं करवाई जनगणना?

  • बसपा सुप्रीमो मायावती, राहुल गांधी के बयान पर गुस्साईं
  • नेता प्रतिपक्ष के बयान पर किया पलटवार
  • क्रांग्रेस पर लगाया दोगले चरित्र की पार्टी होने का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-25 08:40 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाल ही में दिए गए बयान पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है। गुस्साई मायावती ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को दोगले चरित्र की पार्टी कहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब को कभी सम्मान नहीं दिया। उन्हें भारत रत्न ना ही जीते जी दिया गया और ना ही उनकी मृत्यु के बाद। बसपा सुप्रीमो ने आरोप लगाते हुए आगे कहा की कांशीराम जी की मृत्यु के बाद एक दिन का राजकीय शोक नहीं मनाया गया।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने नेता प्रतिपक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कांग्रेस से सवाल पूछा कि कांग्रेस के इतने वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद उन्होंने जाती जनगणना क्यों नहीं करवाई? वहीं, बीएसपी हमेशा से इसके पक्ष में रही है।

आपको बता दें कि, नेता प्रतिपक्ष ने शनिवार को प्रयागराज पहुंचकर ‘संविधान का सम्मान और उसकी रक्षा' कार्यक्रम को संबोधित किया। इसी दौरान उन्होंने एक ऐसा बयान दिया जिस पर मायावती का गुस्सा फूट पड़ा। राहुल गांधी ने कहा कि 90% लोग सिस्टम के बाहर बैठे हैं। बिना उनकी साझेदारी के ये देश नहीं चल सकता है। इसके लिए पचास परसेंट आरक्षण का बैरियर उखाड़ कर फेंकेंगे। साथ ही, विपक्ष के नेता ने कार्यक्रम में देशभर में जाति जनगणना की मांग करते हुए कहा “मैंने पूर्व मिस इंडिया की लिस्ट देखी, लेकिन विनर्स में कोई दलित, ओबीसी या आदिवासी नहीं मिला।”

मायावती ने दी सलाह

बीएसपी सुप्रीमो ने SC के फैसले को लेकर कांग्रेस की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “इतना ही नहीं, संविधान के तहत् SC/ST को मिले आरक्षण में अब वर्गीकरण और क्रीमीलेयर के जरिये, इसे निष्प्रभावी बनाने के साथ खत्म करने की चल रही साजिश के विरोध में कांग्रेस, सपा और भाजपर आदि का भी चुप्पी साधे रखना क्या यही इनका दलित प्रेम है, सचेत रहें। सपा, कांग्रेस आदि जैसी इन आरक्षण विरोधी पार्टियों के साथ अब किसी भी चुनाव में इनसे कोई गठबन्धन आदि करना क्या SC, ST व OBC वर्गों के हित में उचित होगा। यह बिलकुल नहीं होगा ऐसे में अब इनको खुद अपने दम पर खड़े होना है, यही सलाह है।”

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