Kargil Vijay Diwas: पीएम मोदी ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, बोले पाकिस्तान ने हमेशा मुंह की खाई, लेकिन उसने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा

  • राष्ट्र की रक्षा के लिए बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं
  • देश हमारी सेना के पराक्रमी महानायकों का सदा सर्वदा ऋणी है
  • देश को विजय दिलाने वाले भी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम किया

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-26 04:14 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश आज (26 जुलाई 2024, शुक्रवार) कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। वहीं इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे हैं। पीएम ने कारगिल वॉर मेमोरियल पहुंचकर 1999 में भारत-पाकिस्तान की जंग में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पीएम मोदी पुष्पांजलि समारोह में शामिल हुए।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था। हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था। भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था। बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया। लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई।

राष्ट्र के लिए किए बलिदान अमर हैं

पीएम ने कारगिल विजय दिवस श्रद्धांजलि समारोह में कहा, यह दिन हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए किए गए बलिदान अमर हैं। उन्होंने कहा कि, आज लद्दाख की ये महान धरती कारगिल विजय के 25 वर्ष पूरे होने की साक्षी बन रही है। कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्रीय के लिए दिए गए बलिदान अमर होते हैं। दिन, महीने, वर्ष, सदियां गुजरती हैं, मौसम भी बदलते हैं लेकिन राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं। ये देश हमारी सेना के पराक्रमी महानायकों का सदा सर्वदा ऋणी है।

सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम

उन्होंने कहा कि, कारगिल युद्ध के समय मैं सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था। आज मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं तो स्वाभाविक है वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं। मुझे याद है किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था। मैं देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं।

पाकिस्तान ने हमेशा मुंह की खाई

पीएम ने कहा, पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है। वो आतंकवाद के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है।

लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। आतंकवाद को हमारे जाबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे। दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

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