अखिलेश का बयान: लोकसभा में अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को बताया सोची समझी साजिश, पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर इल्जाम
- लोकसभा में अखिलेश यादव का बयान आया सामने
- संभल के भाईचारे को मारी गोली
- बताई गई सोची समझी साजिश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में हो रहे संभल मामले पर आज सपा के मुखिया अखिलेश यादव के संसद में बयान दिया है। उनका कहना है कि, जिले के भाईचारे को गोली मारी गई है। ये एक सोची समझी साजिश है। साथ ही, उन्होंने कहा कि देशभर से खुदाई की खबरें भी सामने आ रही हैं, जिससे देश में गर्मजोशी का माहौल बढ़ सकता है। अखिलेश यादव ने संसद में कहा है कि संभल में सब एक सोची समझी साजिश है। यूपी में चुनाव हुआ था इसलिए ये सब करवाया गया है। संभल में हजारों सालों से हिंदू मुसलमान भाइयों की तरह रह रहे थे। उनके भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के लिए ये सब किया गया था।
ध्यान भटकाने की साजिश
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव था, इसलिए लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया। जिसके चलते उपचुनावों में हुई गड़बड़ी पर कोई ध्यान ना दे। अखिलेश यादव का कहना है कि, संभल में माहौल बिगाड़ने में पुलिस और प्रशासन का हाथ है। साथ ही संभल की याचिका दायर करने वाले का हाथ है। ये लड़ाई दिल्ली और लखनऊ के बीच की है।
अधिकारियों के सस्पेंशन पर हुई चर्चा
संभल मामले में सपा के मुखिया ने कहा है कि, कोर्ट ने दूसरे पक्ष को बिना सुने और समझे आदेश दे दिया। जिसके करीब 2 घंटे बाद ही सर्वे की टीम जामा मस्जिद पहुंच गई थी। 22 नवंबर को नमाज पढ़ने से भी रोका गया था। लेकिन किसी प्रकार का प्रदर्शन नहीं हुआ। जिसके बाद अगली तारीख 29 नवंबर थी लेकिन फिर भी 24 नवंबर को सर्वे टीम जबरदस्ती सर्वे करने पहुंच गई थी। जिसके बाद ही ये मामला बढ़ा था।
पथराव करने वालों पर की गोलीबारी
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, कुछ लोगों ने पथराव किया था उनपर गोलियां चला दी गईं। जिसमें पांच लोग जो अपने घरों से सामान लेने के लिए निकले थे उनकी मौत हो गई। पुलिस प्रशासन के लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं। इनको सस्पेंड करना चाहिए। साथ ही हत्या का मुकदमा चलाना चाहिए। ये लड़ाई दिल्ली और लखनऊ की है।