हरियाणा में हार का असर: अखिलेश यादव ने नहीं की कांग्रेस वाली गलती, तारीखों के ऐलान से पहले घोषित किए प्रत्याशी, क्या गठबंधन पर पड़ेगा असर?

  • अखिलेश ने किया प्रत्याशियों का ऐलान
  • 10 में से 6 सीटों पर उतारे उम्मीदवार
  • किन सीटों पर किसको मिला टिकट?

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-09 11:28 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार से सबक लेते हुए अखिलेश ने यादव ने विधानसभा उपचुनाव की 10 सीटों से 6 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतार दिया है। समाजवादी पार्टी की तरफ से जिन सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं उसमे मझवां और फूलपुर सीट भी शामिल हैं। बता दें कि, मझवां सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजर राय अपने बेटे शांतनु राय को उतारना चाहते थे। साथ ही प्रयागराज की फूलपुर सदर की सीट पर कांग्रेस पहले ही अपनी दावेदारी पेश कर रही थी। लेकिन अब अखिलेश यादव ने अपनी पहली ही लिस्ट में ये दोनों सीटें कवर करके कांग्रेस का रास्ता रोक दिया है।

सपा ने किसको बनाया प्रत्याशी?

अखिलेश यादव ने फूलपुर सीट पर मुस्तफा को वापस से उतारा है। मुस्तफा साल 2022 के विधानसभा चुनाव में 2000 वोटों से हारे थे। वहीं मझवां सीट की बात करें तो, यहां पर अखिलेश यादव ने बिंद बिरादरी को मौका दिया है। सपा के प्रमुख ने 6 सीटों पर वापस से अपना पुराना फॉर्मुला लगाया है।

किस सीट पर किसको मिला टिकट?

करहल सीट से अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव को टिकट मिला है। लोकसभा चुनाव के समय तेज प्रताप को पहले कन्नौज सीट से भी टिकट मिला था लेकिन बाद में नाम वापस ले लिया था।

अयोध्या की मिल्कीपुर सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट मिला है।

कानपुर की सीसामाऊ सीट से सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की बीवी नसीम सोलंकी को टिकट मिला है। पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश यादव सीसामाऊ सीट से नसीम सोलंकी को उतार सकते हैं।

प्रयागराज के फूलपुर सीट से मुस्तफा सिद्दीकी को टिकट मिला है। मुस्तफा दो बार सोरांव और एक बार प्रतापपुर सीट से विधायक बने थे। लेकिन साल 2022 में उनको विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।

मिर्जापुर की मझवां सीट से भदोही के पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी ज्योती बिंद को टिकट मिला है। रमेश बिंद तीन बार मझवां सीट के विधायक रह चुके हैं। साल 2019 में उन्होंने बीजेपी की टिकट पर जीत हासिल की थी और उसके बाद उन्होंने सपा का दामन थाम लिया था।

अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट से शोभावती वर्मा को टिकट दिया है। शोभावती वर्मा लालजी वर्मा की पत्नी हैं और अंबेडकर नगर की जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 

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