चंद्रयान 3 की लैंडिंग से पहले बिगड़ी इस वैज्ञानिक की हालत, सदमे के चलते अस्पताल में हुए भर्ती कहा- मैं चिंता कैसे न करूं?

  • लूना-25 के क्रैश होने से रूस को भारी नुकसान
  • रूसी वैज्ञानिक की तबीयत खराब

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-22 09:00 GMT

डिजिटल डेस्क, मास्को। रूस का चंद्र मिशन लूना-25 अपने लॉन्चिंग से ठीक 10 दिन के बाद ही विफल हो गया। जिसकी वजह से रूस को तगड़ा झटका लगा है। रूस का यह महत्वाकांक्षी योजना केवल स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के लिए झटका नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है। लूना-25 की सॉफ्ट लैंडिग न होने की वजह से रूस की स्पेस एजेंसी के सीनियर वैज्ञानिक को जोरदार झटका लगा है जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, 90 वर्षीय मिखाइल मारोव की मिशन की विफलता के बाद अचानक से तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खगोलशास्त्री ने न्यूज चैनल आरबीसी और मोस्कोवस्की कोम्सोमोलेट्स अखबार को बताया कि लूना-25 के क्रैश की खबर सदमे की तरह है, जिसका सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ा है।

लूना-25 से लगा रूसी वैज्ञानिक को झटका

मिखाइल मारोव को राजधानी मॉस्को में स्थित सेंट्रल क्लिनिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान मारोव ने बताया कि "मैं डॉक्टरों की निगरानी में हूं। मैं चिंता कैसे नहीं कर सकता, यह काफी हद तक जीवन का मामला है। मेरे लिए यह सब बहुत कठिन है।" मिखाइल मारोव रूस के लिए कई सालों से काम करते आ रहे हैं। मारोव सोवियत संघ के लिए पिछले अंतरिक्ष अभियानों पर काम कर चुके हैं और लूना-25 मिशन को अपने जीवन के सबसे बड़े मिशन के रूप में  बताया था। मिखाइल मारोव ने लूना-25 क्रैश होने पर दुख जताते हुए बताया कि, यह बेहद ही दुखद है कि यान को उतारना संभव नहीं हो सका। मेरे लिए और हमारे देश के लिए ये मिशन बेहद ही महत्वपूर्ण था लेकिन लैंडिंग से पहले यान का दुर्घटना होना रूस की उम्मीदों पर बड़ा प्रहार है। 

 10 को लॉन्च 20 अगस्त को क्रैश

लूना-25, 10 अगस्त को लॉन्च हुआ था जबकि लैंडिंग 21 अगस्त को होनी थी लेकिन एक दिन पहले ही यान चांद की सतह से टकरा कर क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसकी वजह से रूस का सपना सॉफ्ट लैंडिंग का टूट गया। रूसी वैज्ञानिक ने कहा कि, दुर्घटना के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। जिसके लिए वैज्ञानिकों की टीम लगी हुई हैं। लूना-25 की विफलता पर रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने अधिकारिक तौर पर बयान जारी करते हुए कहा है कि अंतरिक्ष में यान नियंत्रण खोकर चंद्रमा से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जो देश के लिए एक तगड़ा झटका से कम नहीं है। हालांकि, अब देखना होगा कि, भारत का चंद्रयान-3, चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफलता हासिल करता है या नहीं?  पूरी दुनिया की नजर भारत के इस मिशन मून पर टिकी हुई है।

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