खुलासा : सुलेमानी के साथ ईरान के एक और सैन्य अधिकारी को मारने की थी अमेरिका की योजना, नाकाम रहा मिशन
खुलासा : सुलेमानी के साथ ईरान के एक और सैन्य अधिकारी को मारने की थी अमेरिका की योजना, नाकाम रहा मिशन
- अमेरिका ने यमन में ईरानी सेना के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को मारने की कोशिश की थी
- एक अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात का खुलासा किया है
- ड्रोन हमले में सुलेमानी को तो मारने में सफलता मिल गई लेकिन दूसरा निशाना चूक गया
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका ने ईरानी सेना के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी के साथ यमन में ईरान के ही एक और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को मारने की कोशिश की थी। ड्रोन हमले में सुलेमानी को तो मारने में अमेरिका को सफलता मिल गई लेकिन उनका दूसरा निशाना चूक गया। अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात का खुलासा किया है।
3 जनवरी को एयरस्ट्राइक की दी थी मंजूर
यमन में असफल एयरस्ट्राइक का मकसद अब्दुल रजा शहलाई को मारना था, जो कि ईरान के कुर्द फोर्स के एक अधिकारी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 3 जनवरी को सुलेमानी और शहलाई के खिलाफ एयर स्ट्राइक को मंजूरी दी थी। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों हमले एक ही समय पर किए गए। दूसरे मिशन के खुलासे से संकेत मिलता है कि ट्रंप प्रशासन ईरान की अन्य देशों में प्रॉक्सी वॉर को अंजाम देने की क्षमता को कम करना चाहता है।
शहलाई पर 15 मिलियन डॉलर का ईनाम
अमेरिका ने शहलाई की जानकारी देने वाले को 15 मिलियन डॉलर का ईनाम देने का ऐलान किया गया है। इनाम की घोषणा शहलाई के अमेरिकी सहयोगियों पर हमलों में शामिल होने के आरोप के बाद की गई थी। इसमें 2011 में अमेरिका में सऊदी राजदूत को मारने की विफल साजिश भी शामिल थी। ट्रंप ने शुक्रवार को सुलेमानी की हत्या को सही ठहराते हुए कहा था कि ईरानी कमांडर चार अमेरिकी दूतावासों पर हमले की योजना बना रहा था।
ड्रोन हमले में मारे गए सुलेमानी
बता दें कि 3 जनवरी को इराक की राजधानी बगदाद में ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की एक ईकाई "कुड्स फोर्स" के जनरल कासिम सुलेमानी और इराकी मिलिशिया कमांडर अबू महदी अल-मुहांडिस मारा गया था। अमेरिका ने ड्रोन हमला कर इन दोनों को मारा था। पेंटागन, इराकी राज्य टेलीविजन और बगदाद के तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की थी। अमेरिकी अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया था कि बगदाद में ईरान से जुड़े दो ठिकानों पर हमले किए गए थे। तीन रॉकेट बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टकराए, जिससे इराकी पार्लियामेंट्री ग्रुपों के पांच सदस्य और दो गेस्ट मारे गए। कई लोग इसमें घायल भी हुए हैं।
ईरान ने किया ता जवाबी हमला
सुलेमानी के मारे जाने के बाद बुधवार को ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इराक में स्थित अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया था। इन बेसों पर अमेरिकी सैनिक तैनात थे। ताजा खुलासे के बाद कांग्रेस के डेमोक्रेट सदस्य खासे चिंतित हैं।