तीसरे विश्वयुद्ध की अटकलों के बीच यूक्रेन में बढ़ा सिविल वॉर का खतरा, राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy के इस्तीफे से बढ़ेंगी यूक्रेनी बाशिंदों की मुश्किलें!
यूक्रेन और रूस युद्ध तीसरे विश्वयुद्ध की अटकलों के बीच यूक्रेन में बढ़ा सिविल वॉर का खतरा, राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy के इस्तीफे से बढ़ेंगी यूक्रेनी बाशिंदों की मुश्किलें!
- पुतिन के इस्तीफे से ही रूस को बचाया जा सकता है।
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है। रूस की सेना ने यूक्रेन के कई शहरों में तबाही मचा रखी है। वहीं दूसरी ओर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति से इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन पहले से ही कहते आ रहे हैं कि यूक्रेन की सेना के वहां कि कमान संभाल लेना चाहिए। जानकार यह बता रहे हैं कि पुतिन जिस तरह से लगातार आक्रामक रूख अपनाए हुए हैं उससे तो यही लग रहा है कि वह यूक्रेन पर तख्तापलट करके ही मानेंगे। वहीं दूसरी ओर लोगों के मन में यह भी सवाल उठ रहा होगा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के इस्तीफा देने की स्थिति बनती है या अपना इस्तीफ देते हैं। तो इसके बाद यूक्रेन की स्थिति क्या होगी, यहां सिविल वॉर भी हो सकता है?
आज तक की खबर के मुताबिक इस तरह के कई मुद्दे को लेकर जब यूक्रेन के पॉलिटिकल एक्सपर्ट Oleksiy Haran से बात की गई तो उन्होंने इन बातों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि ऐसा कभी नहीं होने वाला । आगे वह कहते है कि राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की यूक्रेन में काफी मशहूर नेता हैं। अभी भी 90 फीसदी से ज्यादा लोग वलोडिमिर जेलेंस्की को ही पसंद करते हैं।
Oleksiy Haran का मानना है कि वलोडिमिर जेलेंस्की की लोकप्रियता का ही असर है कि उनके कहने पर 85 फीसदी से ज्यादा लोग हथियार उठाने के लिए तैयार हो गए है। उन्होंने आगे कहा कि रूस की सेना को यूक्रेन की जनता मुंह तोड़ जबाव देगी। यहां पर सिविल वॉर को लेकर किये जाने वाले सवाल निराधार हैं। साथ ही राष्ट्रपति को बदलने की बात रही तो यह भी नहीं हो सकता है।
Oleksiy Haran कहते है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति की जगह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को ही इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि पुतिन अपने पद का सही उपयोग नहीं कर रहे है। पुतिन पर आरोप लगाते हुए वह कहते है वह ऐसे राष्ट्रपति है जो करीबियों की बात तक नहीं मानते हैं। ऐसे में अब व्लादिमीर पुतिन के इस्तीफे से ही रूस को बचाया जा सकता है।