NTPC की नई गाइडलाइन तय करेगी कि आप भारत से बांग्लादेश का सफर तय करेगे या नहीं, 72 घंटे सबसे अहम
NTPC की नई गाइडलाइन तय करेगी कि आप भारत से बांग्लादेश का सफर तय करेगे या नहीं, 72 घंटे सबसे अहम
- NTPC ने कोरोना के मद्देनजर प्रतिबंध लगाने पर जोर दिया
- भारत बांग्लादेश की सीमाओं पर लग सकता है प्रतिबंध
डिजिटल डेस्क, ढाका। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से सिर्फ़ भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश भी आसमंजस की स्थिति में है। ताजा कोरोनावायरस को लेकर बांग्लादेश की राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समिति (NTPC) ने भारत में बढ़ते कोरोना के मामलों को मद्देनजर रखते हुए सख्त सीमा पार यात्रा प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। भारत में अभी कोरोना वायरस के हजारों केस रोज मिल रहे है। जिसकी वजह से भी पड़ोसी मुल्क सीमा प्रतिबंध पर जोर दे रहे है।
भारत से आने वाले अधिकांश यात्री बांग्लादेश के नागरिक
इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड डिजीज कंट्रोल के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी मुश्ताक हुसैन ने कहा कि भारत से आने वालों यात्रियों को कम से कम 14 दिनों के क्वारंटाइन करने की जरुरत है। इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। सीमा पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता है क्योंकि भारत से आने वाले अधिकांश यात्री बांग्लादेश के नागिरक हैं। उन्हें सीमा पर रोका नहीं जा सकता।
उन्होंने आगे कहा कि यात्रा करने वाले यात्रियों के नमूनों को लेकर 72 घंटे पहले परीक्षण करवाना चाहिए साथ ही यात्रियों को निगेटिव रिपोर्ट एवं क्वारंटाइन होने को अनिवार्य करने की आवश्यकता है। अगर संभव हो लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन या फिर होम आइसोलेशन में रखा जाए। उन्होंने कोरोनावायरस वैरिएंट्स को लेकर चिंता जताई है, जो पूरे भारत में तेजी से फैल रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह अभी तक अन्य कोरोना वायरस स्ट्रेन की तुलना में अधिक हानिकारक साबित नहीं हुआ है।
खास हिदायत बरतने पर जोर दिया
एनटीपीसी समिति के प्रमुख प्रोफेसर मोहम्मद शाहिदुल्लाह ने देश में फैल रहे संक्रमण के संबंध में एक निश्चित जोखिम के बारे में चेतावनी जारी की है। उन्होंने भारत से आने और जाने लोगों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। जब तक प्रतिबंध नहीं लग जाता, तब तक खास हिदायत बरतने पर जोर दिया हैं। शाहिदुल्लाह ने दोनों देशों के बीच के आवागमन पर रोक लगाने का सुझाव देते हुए कहा कि आगर हम भारत से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध नहीं लगा पाते तो कम से कम उन्हें क्वारंटाइन करे। अगर क्वारंटन नहीं करते हैं तो निश्चित रुप से यह वायरस देश में फैल जाएगा। एनटीपीसी के सदस्यों से पहले ही इस मामले पर चर्चा कर चुके हैं।
उन्होंने अन्य बिंदु पर चर्चा करते हुए कहा कि हमे सीमा पर सख्त नियंत्रण करना चाहिए। दोनों देशों के बीच होनी वाली यात्रा को सीमित करने की जरुरत है। देश में कोरोना के मामले रोकने के लिए पर्यटन, मनोरजन एवं हर अन्य कारण से होने वाली आवगमन पर प्रतिबंध लगाया जाए।अतिआवश्यक होने पर ही यात्रा की परमिशन दी जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि समिति के सदस्यों से पहले भी इस मामले पर चर्चा हो चुकी हैं पर इस बारे पैनल ने औपचारिक सिफ़ारिश करने का इरादा किया हैं। हम सरकार को सूचित करेंगे। हालांकि, उन्होंने अभी तक सरकार के सामने कोई सिफारिश नहीं रखी है।