क्या वाकई अब तक यूक्रेन में कोई नहीं बना रूसी सेना के हमलों का निशाना? सामने आया हैरान करने वाला सच!
रूस-यूक्रेन महायुद्ध क्या वाकई अब तक यूक्रेन में कोई नहीं बना रूसी सेना के हमलों का निशाना? सामने आया हैरान करने वाला सच!
- यूक्रेन और रूस से साथ आज युद्ध का दसवां दिन
- रूस की गोलाबारी में यूक्रेन के कीव व खारकीव शहर की कई खूबसूरत इमारतें नेस्तनाबूद
डिजिटल डेस्क, कीव। यूक्रेन और रूस के साथ आज युद्ध का दसवां दिन हैं। रूसी सैनकों की तरफ से लगातार यूक्रेन के कई शहरी में बमबारी जारी है। रूस की गोलाबारी में यूक्रेन के कीव व खारकीव शहर की कई खूबसूरत इमारतें नेस्तनाबूद हो गई हैं। यूक्रेन की तरफ से दावा किया जा रहा कि कीव से लेकर खारकीव व अन्य शहरी इलाकों को रूसी सेना निशाना बना रही है। इस भयंकर महायुद्ध के चलते मानवीय त्रासदी की स्थितियां बनने लगी हैं।
हालांकि रूस से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि उनकी सेना ने शहरों को निशाना नहीं बनाया है और न ही बेगुनाह नागरिकों की जान ली है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन भले ही इस बात से इनकार कर रहे हैं। लेकिन ये बात सही है कि रूसी सेना के अंधाधुंध हमलों में यूक्रेन में आम जनमानस के जीवन पर संकट मंडरा रहा है। लोग डर के कारण देश को छोड़ने को मजबूर हुए है। यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक 1.2 मिलियन लोग 24 फरवरी से अब तक देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं।
रूस ने शहरी क्षेत्रों में बमबारी को नकारा
यूक्रेन और रूस के बीच जारी महायुद्ध में लगातार रिहाइशी इलाकों में बमबारी की खबरें आ रही हैं। यूक्रेन के शहरी इलाकों में हमले और नागरिकों की मौतों को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यालय क्रेमलिन द्वारा खारिज कर दिया गया है और कहा गया है कि ये सारी बातें झूठ है। क्रेमलिन द्वारा जारी बयान में कहा गया, कीव और अन्य बड़े शहरों में कथित रूप से चल रहे हवाई हमलों को पुतिन ने पूरी तरह से दुष्प्रचार बताया है। पुतिन ने यूक्रेनी नागरिकों को निशाना बनाए जाने वाली खबरों से सिरे से इनकार कर दिया है।
यूक्रेन का दावा
यूक्रेन ये दावा करता आ रहा है कि जाइटोमीचर शहर में रूसी बम अटैक में उसके 47 नागरिक मारे गए हैं। स्थानीय पुलिस ने इसे क्लस्टर बम से किया हमला बताया है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि रूस सैन्य ठिकानों के अलावा रिहाइशी इलाकों में भी लगातार हमले कर रहा है, जिससे कई नागरिक हताहत हुए हैं। इसके अलावा खारकीव से लेकर राजधानी कीव तक रूसी सेना बमबारी के साथ गोलाबारी कर रही है।
जो कि इस बात का स्पष्ट संकेत है कि रूसी सेना शहरी इलाकों पर अपने हमले तेज करती जा रही है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें साफतौर देखा जा सकता है कि रूसी बमबारी में कई इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं हो पाई है कि वह यूक्रेन युद्ध से ही संबंधित है।
महज दस दिन में इतने लोगों ने छोड़ा देश
एक रिपोर्ट के मुताबिक 24 फरवरी से अब तक 1.2 मिलियन लोगों ने यूक्रेन को छोड़कर दूसरे देशों में जाकर शरण ली हैं। जानकारों का कहना है कि जिंदगी जीने की आस में लोग देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेने को मजबूर हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 650 हजार शरणार्थी पोलेंड में, 90 हजार स्लोवाकिया में, 145 हजार हंगरी में, 57 हजार रोमानिया में, 103 हजार मोलदोवा में, 149 हजार रूस में तथा करीब 500 से ज्यादा लोगों ने बेलारूस में जाकर शरण ली है। ये आंकड़ा अपने आप में हैरान करने वाला है। कहीं न कहीं यूक्रेन के लोगों में भय है और सुरक्षित स्थान ढूंढ़ने को मजबूर हैं।