Covid-19: WHO की समीक्षा करेगा अमेरिका, ट्रंप ने कहा- हम पर हमला हुआ है, यह केवल फ्लू नहीं है
Covid-19: WHO की समीक्षा करेगा अमेरिका, ट्रंप ने कहा- हम पर हमला हुआ है, यह केवल फ्लू नहीं है
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस की मार झेल रहे अमेरिका के निशाने पर चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन है। अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को लेकर कहा है कि यह केवल फ्लू नहीं हो सकता, हम पर हमला किया गया है। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की समीक्षा करेंगे। किसी ने भी आज तक ऐसा नहीं देखा है। आखिरी बार ऐसा 1917 में हुआ था।
बता दें कि अमरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने देश में सब कुछ समान्य करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यहां कोविड-19 की वजह से 47 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 8 लाख 52 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। ट्रंप से जब पूछा गया कि लोगों और व्यापार की मदद के लिए प्रशासन अरब-खरब रुपए के प्रोत्साहन पैकेज दे रहा है, ताकि उनकी मदद की जा सके लेकिन इससे राष्ट्रीय ऋण बढ़ रहा है। इस पर ट्रंप ने कहा कि हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। हमें इस समस्या को ठीक करना है। हमारी अर्थव्यस्था चीन ही नहीं पूरी दुनिया में सबसे बड़ी थी। हमने इसे सालों की मेहनत से बनाया है और एक दिन वह आता है और कहता है कि हमें सब बंद करना पड़ेगा। अब हम इसे दोबारा खोलने जा रहे हैं और हम पहले से ज्यादा मजबूत होने वाले हैं, लेकिन आपको कुछ पैसा खर्च करना पड़ेगा।
ट्रंप ने बंद की WHO की फंडिंग
बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग यह कहते हुए बंद कर दी थी कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का रुख पक्षपातपूर्ण है। अमरीकी राष्ट्रपति ने उस समय आरोप लगाया था कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बहुत गलतियां की हैं। उन्हें इस बीमारी को लेकर और पहले चेतावनी जारी करनी चाहिए थी और अब अमरीकी सरकार इस बात की समीक्षा करेगी कि क्या विश्व स्वास्थ्य संगठन उसी तरह से काम कर रहा है जैसा उसे होना चाहिए। यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) के मौजूदा प्रशासक जॉन बारसा ने बुधवार को इस बात की घोषणा की।
पिछली बार WHO को 40 करोड़ डॉलर फंड दिया था
यूएसएआईडी विदेश सहायता का प्रबंधन करने वाली अमरीका की प्रमुख एजेंसी है। यूएसएआईडी प्रमुख बारसा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि समीक्षा के दौरान हर पहलू पर गौर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि WHO के प्रबंधन के संदर्भ में कई प्रश्न हैं, जिनकी समीक्षा की जानी है। अमरीका विश्व स्वास्थ्य संगठन को सबसे ज्यादा फंड देता रहा है। अमरीका ने पिछली बार भी विश्व स्वास्थ्य संगठन को करीब 40 करोड़ डॉलर का फंड दिया था जो सबसे ज्यादा है।
कोरोना संकट में अमेरिका के लिए ईरान की चुनौती
कोरोना वायरस महामारी के संकट के दौर में अमेरिका के लिए ईरान से निपटना एक चुनौती बनता जा रहा है। वह लगातार अमेरिकी समुद्री जहाजों को निशाना बनाने की कोशिशें कर रहा है। ऐसे में बुधवार को अमेरीकी राष्ट्रपति ने अपनी नौसेना को समुद्र में उनके जहाजों को परेशान करने पर किसी भी ईरानी गनबोट्स (बड़ी तोपों के साथ एक छोटा सैन्य जहाज) को नष्ट करने के आदेश दिए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ट्रंप द्वारा बुधवार को किए गए ट्वीट के हवाले से कहा कि मैंने यूनाइटेड स्टेट्स की नेवी को निर्देश दिया है कि समुद्र में हमारे जहाजों को यदि ईरानी गनबोट्स द्वारा परेशान किया जाता है, तो उन्हें शूटडाउन कर दिया जाए।