मसूद के खिलाफ अमेरिका के कदम से भड़का चीन, बोला- यह शांति के अनुकूल नहीं
मसूद के खिलाफ अमेरिका के कदम से भड़का चीन, बोला- यह शांति के अनुकूल नहीं
- अजहर मसूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के अमेरिका के कदम से चीन भड़क गया है।
- चीन ने कहा यह कदम दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को और जटिल करेगा।
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक खतरे के रूप में नामित करने के लिए अमेरिका ने सभी उपलब्ध संसाधनों ’का इस्तेमाल करने की धमकी दी थी। इस धमकी के बाद चीन ने बुधवार को इस खबर पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को और जटिल करेगा।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने बीजिंग में एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि "चीन इस मुद्दे का हल निकालने के लिए रचनात्मक और उचित रुख अपनाएगा"। शुआंग ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अधिकांश सदस्यों का मानना था कि इस मुद्दे को लेकर यूएनएससी में मसौदा प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के बजाय 1267 प्रतिबंध समिति के तहत हल किया जा सकता है।"
उन्होंने कहा, "चीन भी संबंधित पक्षों के साथ कड़ी मेहनत कर सकारात्मक परिणाम लाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका यह अच्छी तरह से जानता है।" शुआंग ने कहा, ऐसी परिस्थितियों में अमेरिका के मसौदा प्रस्ताव को आगे बढ़ाने पर जोर देने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, "यह केवल समस्या को जटिल बना रहा है। दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए यह अनुकूल नहीं है।"
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर शुआंग ने कहा कि हमले में जैश-ए-मोहम्मद के शामिल होने का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। उन्होंने कहा, "कश्मीर में हाल में हुई इस घटना पर चीन ने अपनी स्थिति पहले ही साफ कर दी है। हमें उम्मीद है कि दक्षिण एशिया शांति और स्थिरता बनाए रख सकता है और हमें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान बातचीत और परामर्श के माध्यम से इन मुद्दों का हल निकालेंगे।"
इससे पहले सोमवार को, चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जैश प्रमुख को ब्लैकलिस्ट करने के लिए अमेरिका और फ्रांस द्वारा पेश किए गए एक मसौदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। चीन ने कहा था कि यह कदम "एक बुरा उदाहरण" पेश कर रहा है और यह कदम रचनात्मक नहीं है।
शुआंग ने कहा था, "यह एक बुरा उदाहरण स्थापित कर रहा है जो केवल मामले को जटिल करेगा। यह दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए भी अनुकूल नहीं है। चीन इसका विरोध करता है। बता दें कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने में चीन अब तक चार बार अड़ंगा लगा चुका है।