रूस पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद चीन की बल्ले बल्ले, स्पेस प्रोजेक्ट से अमेरिका को बाहर कर चीन हासिल कर सकता है बड़ा मौका
यूक्रेन और रूस विवाद रूस पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद चीन की बल्ले बल्ले, स्पेस प्रोजेक्ट से अमेरिका को बाहर कर चीन हासिल कर सकता है बड़ा मौका
- चीन की भागीदारी के साथ ही मिशन को अंजाम देगा रूस
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस विवाद में रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई कर दी है। रूस के इस निर्णय को कई देशों ने गलत ठहराया है। अमेरिका समेत कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया है। फिर भी रूस अपने रूख पर अड़ा हुआ है। इस युद्ध से कई देशों के संबध में खटास पड़ने वाली है। वहीं अपसी संबधों के साथ ही स्पेस प्रोजेक्ट पर भी असर पड़ते दिखाई दे रहे है। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि रूस पर अमेरिका के प्रतिबंध लगाने के बाद इसका असर संयुक्त स्पेस प्रोजेक्ट पर भी होगा।
आगे उन्होंने कहा कि अमेरिका के प्रतिबंधों के बाद अमेरिका शुक्र ग्रह का पता लगाने के लिए बनाई गई रूस की संयुक्त अंतरिक्ष परियोजना वेनेरा-डी का हिस्सा नहीं होगा। इसको लेकर उन्होंने कहा कि मॉस्को अकेले या फिर चीन की भागीदारी के साथ ही मिशन को अंजाम देगा।
वेनेरा-डी संयुक्त अंतरिक्ष परियोजना
वेनेरा-डी संयुक्त अंतरिक्ष अन्वेषण परियोजना रूस के रोस्कोस्मोस और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के बीच शुक्र ग्रह का पता लगाने के लिए पहले से ही तय एक परियोजना है। TASS समाचार एजेंसी के हवाले सेरूसी राज्य अंतरिक्ष एजेंसी के महानिदेशक रोस्कोस्मोस दिमित्री रोगोजिन ने कहा कि रूस अकेले या चीन की भागीदारी के साथ मिशन को अंजाम देगा। रूस के अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि सभी अंतरिक्ष अनुसंधान मिशनों के लिए हमने आपसी तकनीकी सहायता पर शुक्रवार को बीजिंग के साथ बातचीत शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रतिबंधों के कारण इस परियोजना में अमेरिका का भागीदार बनना असंभव है।
अब तक क्या हुआ
आपको बता दें रूस ने यूक्रेन के खिलाफ गुरुवार को "विशेष सैन्य अभियान" का आदेश दे दिया था। रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइलों से हमला किया है। यूक्रेन के एयरबेस को भी रूस की सेना ने पूरी तरह से निष्क्रिय कर दिया । इसके बाद अमेरिका और उसके चार बड़े सहयोगियों ने रूसी बैंकों की संपत्ति को ब्लॉक करनेऔर निर्यात नियंत्रण लागू करने का फैसला किया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके करीबी कुलीन वर्गों पर कड़ा प्रतिबंध लगाने के फैसले को मंजूरी दे दिया है।