Russia-Ukraine War: नाटो देशों तक पहुंची जंग की आग, नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी

  • रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को देख फिनलैंड, नॉर्वे और डेनमार्क ने जारी किया अलर्ट
  • परमाणु हमले से बचने के लिए नागरिकों को दिया निर्देश
  • यूक्रेन में युद्ध की स्थिती की वजह से अमेरिकी एजेंसी हुई बंद

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-20 13:45 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ रहे तनाव को देखते हुए नाटो समूह के तीन देशों ने अलर्ट जारी कर दिया है। हाल ही में मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रटपति जो बाइडन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों को चलाने की इजाजत दी थी। जिसके तुरंत बाद यूक्रेन ने रूस के कुछ इलाकों पर इन अमेरिकी हथियारों से हमला कर दिया था। यूक्रेन के इस कार्रवाई से दोनों देशों के बीच आग और भी ज्यादा भड़क गई है। और इस आग की आंच रूस की सीमा से सटे तीन नाटो देशों तक भी पहुंच गई है। 

दरअसल, नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) समूह के तीन देश नॉर्वे, फिनलैंड और डेनमार्क ने अपने-अपने देशों में युद्ध अलर्ट जारी कर दिया है। यह तीनों देश रूस की सीमा के काफी करीब है जिसकी वजह से अगर युद्ध होती है तो इन्हें भी नुकसान पहुंच सकता है। तीनों देशों ने अपने नागरिकों को जरूरत के वक्त काम आने वाले सामानों का स्टॉक में रखने और सैनिकों को बचाव कार्य और जंग के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही तीनों देशों के नागरिकों को सरकार की ओर से परमाणु युद्ध के दौरान विकिरण से बचने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली आयोडीन की गोलियां भी पास में रखने के आदेश दिए गए हैं।

यूक्रेन स्थित अमेरिकी एंबेसी हुई बंद

इसके अलावा एक बड़ी खबर भी सामने आई की अमेरिका ने युद्ध की स्थिती को देखते हुए बुधवार को कीव स्थित एंबेजी को बंद कर दिया है। इस बात की जानकारी खुथ यूएसए के स्टेट काउंसलर डिपार्टमेंट ने मंगलवार की रात को साझा की थी। अमेरिकी एंबेसी ने अपने कर्मचारियों को सेफ जगह पर रहने के लिए कहा है। इसके अलावा यूक्रेन घूमने आए यात्रियों के लिए भी सुरक्षित जगह पर रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। 

रूस के सबसे नजदीक नॉर्वे ने जारी की अलर्ट

आपको बता दें, नाटो के संस्थापक देशों में से एक नॉर्वे रूस के महज 195 किलोमीटर दूर है। ऐसी स्थिति में अगर रूस पर परमाणु हमले होते हैं तो इसका असर नॉर्वे पर भी पड़ेगा। इसे मद्देनजर रखते हुए वहां की सरकार ने अपने नागरिकों को पर्चे बांटकर युद्ध की स्थिति के लिए चेताया है। 

फिनलैंड ने बैकप तैयार रखने का दिया आदेश

नाटो समूह के देशों में से एक फिनलैंड भी रूस के साथ बॉर्डर शेयर करता है। फिनलैंड और रूस के बीच 1340 किलोमीटर की दूरी है। यहां की सरकार ने युद्ध की हालात में देशवासियों की मदद के लिए एक नई वेबसाइट लॉन्च की गई है। इसके जरिए फिनलैंड की सरकार ने अपनी आवाम को बिजली कटौती से निपटने के लिए बैक-अप तैयार रखने और खाने वाले सामान का स्टॉक जमा करने का संदेश दिया है। 

बुकलेट जारी कर दिया निर्देश

नाटो समूह में शामिल हुए सबसे नए देश स्वीडन ने भी अपनी आवाम के बीच जंग के लिए तैयार रहने को कहा है। हालांकि, स्वीडन रूस की सीमा से सटा नहीं है। लेकिन फिर भी उसने 'इन केस ऑफ क्राइसिस ऑफ वॉर' नामक एक बुकलेट रीलीज की है। इसमें उन्होंने अपने नागरिकों को जंग की स्थिति में कम से कम 72 घंटों का भोजन, पीने का पानी और जरूरी दवाओं को स्टोर करने का निर्देश दिया है। 

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