बिग बॉस 10 के कंटेस्टेंट रह चुके स्वामी ओम का निधन, 2 महीने पहले हुआ था कोरोना
बिग बॉस 10 के कंटेस्टेंट रह चुके स्वामी ओम का निधन, 2 महीने पहले हुआ था कोरोना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिग बॉस 10 के कंटेस्टेंट रह चुके स्वामी ओम का निधन हो गया है। स्वामी पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली में एम्स में भर्ती कराया गया था। बुधवार 3 जनवरी को उन्होंने आखिरी सांस ली। बता दें कि करीब 2 महीने पहले उन्हें कोरोना संक्रमण भी हुआ था। स्वास्थ ठीक होने के बाद स्वामी ओम घर पर आ गए थे, लेकिन शारीरिक कमजोरी और कुछ बीमारियों की वजह से बुधवार को उनका निधन हो गया।
स्वामी ओम के निधन की जानकारी उनके ही दोस्त के बेटे अर्जुन ने दी। अर्जुन देव ने बताया कि स्वामी ओम पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। जिसकी वजह से शरीर में काफी कमजोरी आ गई थी। उन्हें चलने में कई तरह की दिक्कतें आ रही थी। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के ठीक 15 दिन बाद स्वामी जी को पैरालेसिस अटैक आया था। अटैक बाद उन्हें एक बार फिर इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया। स्वामी को करीब दो महीने पहले कोरोना संक्रमण भी हुआ था।
2019 में दिल्ली लोकसभा चुनाव
स्वामी ओम ने 2019 के लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली से सीट से चुनाव भी लड़ने की घोषणा की थी। उस समय उन्हें कई टीवी डिबेट पर देखा गया था।
बिग बॉस से बाहर निकाले गए थे स्वामी ओम
बता दें स्वामी ओम ने बिग बॉस के सीजन 10 में बतौर कॉमनर एंट्री ली थी। शो में उनके और अन्य कंटेस्टेंट वीजे बानी के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ था। जब "बिग बॉस" ने स्वामी ओम को बाहर जाने का आदेश दिया तो वो घर छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। बाद में सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्वामी ओम को बाहर निकाला था।
कुछ समय पहले ही मिली थी कोर्ट से राहत
2017 में निजता जैसे गंभीर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने 24 अगस्त 2017 को बिग बॉस से चर्चित हुए स्वामी ओम पर दस लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया था। दरअसल स्वामी ओम ने याचिका में कहा था कि हाई कोर्ट और सुप्रीम में जजो की नियुक्ति करते समय CJI से सिफारिश क्यों ली जाती है ? इसी पर CJI खेहर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड की बेंच के सामने ये केस आया था। तब कोर्ट ने कहा कि ये पब्लिसिटी स्टंट है। लेकिन स्वामी ओम ने इस पर जवाब दिया था कि वो "बिग बॉस" के जरिए पहले ही बहुत पब्लिसिटी पा चुके हैं। इसी मामले में बीते साल कोर्ट ने उन्हें जुर्माने के 10 लाख की जगह 8 हफ्ते में 5 लाख रुपए जमा करवाने कहा था।