जम्मू-कश्मीर मुठभेड़: डोडा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी, एनकाउंटर में सेना का 1 कैप्टन शहीद, 4 आतंकवादी ढेर
- जम्मू-कश्मीर के डोडा में सुरक्षा बलों और आतंकियों में मुठभेड़ जारी
- इंडियन आर्मी के 48 नेशनल राइफल्स कैप्टन शहीद
- एंटी-टेरर अभियान जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों की मुठभेड़ जारी है। एनकाउंटर के दौरान इंडियन आर्मी के 48 नेशनल राइफल्स के एक कैप्टन शहीद हो गए हैं। साथ ही, 4 आतंकवादी ढेर हो गए हैं। कैप्टन की मौत की पुष्टि अधिकारी ने की है। दरअसल, इससे पहले एक आतंकवादी के घायल होने की खबर आई थी। जानकारी के मुताबिक, वह अब मारा जा चुका है।
बता दें, डोडा इलाके में सुरक्षा बलों काएंटी-टेरर अभियान जारीहै। वहीं, सेना को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ वाली जगह से 4 बैग मिले हैं जिनका पूरी तरह से खून से सने होने की खबर है। इससे मालूम होता है कि जैश संगठन के 4 आतंकवादियों गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। हालांकि, जब तक आतंकियों की डेड बॉडी बरामद नहीं हो जाती तब तक उनके मारे जाने की पुष्टि करना मुश्किल है।
जुलाई में हुई मुठभेड़
मालूम हो कि, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बीते महीने भारतीय सेना और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। आतंकवादी एनकाउंटर के दौरान 1 अधिकारी समेत भारतीय सेना के पांच जवान घायल हो गए थे। जिनकी मौत इलाज के दौरान हो गई। जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ तब हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के जवानों ने देसा वन क्षेत्र में धारी गोटे उरारबागी में एक संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया। यह जगह डोडा शहर से करीब 55 किलोमीटर की दूरी पर है।
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सेना के ट्रकों को बनाया था निशाना
डोडा के गढी भगवा क्षेत्र में 9 जुलाई की शाम शुरु हुए एंकाउंटर में लगातार गोलीबारी हुई। इलाके में दो से तीन आतंकियों के फंसे होने की आशंका थी लेकिन वह बच कर भाग गए। वहीं, 8 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकवादियों ने इंडियन आर्मी के 2 ट्रकों को निशाना बनाया था। इस हमले में 1 जूनियर कमीशंड अफसर सहित पांच जवान शहीद हो गए थे। बता दें, सेना के दोनों ट्रकों में लगभग 12 जवान मौजूद थे।