प्राइवेट स्कूल चाहते हैं फीस बढ़ाना
उत्तर प्रदेश प्राइवेट स्कूल चाहते हैं फीस बढ़ाना
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (यूपीएसए) ने सत्र 2022-23 के लिए सरकार के कोई शुल्क नहीं बढ़ाने के फैसले का विरोध किया है। यूपीएसए के तहत करीब 250 स्कूलों ने फीस वृद्धि की अनुमति की मांग की है और इस संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) आराधना शुक्ला को पत्र भेजा है। यूपीएसए ने कहा कि पिछले दो साल से स्कूलों ने एक पैसा भी नहीं बढ़ाया है लेकिन अब उन्हें 8 से 10 फीसदी फीस बढ़ानी होगी क्योंकि स्कूल घाटे में चल रहे हैं और कर्मचारियों को वेतन देना मुश्किल हो रहा है।
यूपीएसए के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, प्राइवेट स्कूलों के कई छात्रों ने वित्तीय संकट के कारण स्कूल छोड़ दिया है या पिर सरकारी स्कूलों में प्रवेश ले लिया है। साथ ही, छोटी कक्षाओं के स्तर पर, माता-पिता छात्रों का दाखिला स्कूल में नहीं करा रहे हैं, लेकिन प्राइवेट कोचिंग या नए ऑनलाइन शिक्षण प्लेटफार्मों को प्राथमिकता दे रहे हैं। छात्र कम और खर्चे ज्यादा इसलिए स्कूलों को इस साल फीस बढ़ानी पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि इस साल की स्थिति उतनी चुनौतीपूर्ण नहीं है, जितनी पिछले साल लॉकडाउन के समय थी। हमने पिछले दो वर्षों से शिक्षकों के वेतन में वृद्धि नहीं की है और हमारे रखरखाव शुल्क हर साल बढ़ रहे हैं। हमने कई छात्रों को शुल्क में छूट दी है, जिन्होंने कोरोना के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया था। एसोसिएशन सरकार से अनुरोध करता है कि उन्हें इस साल फीस बढ़ाने की अनुमति दें। अग्रवाल ने कहा कि वेतन वृद्धि के बिना शिक्षकों को प्रेरित करना भी कठिन है।
(आईएएनएस)