बाघ की खाल, तेंदुए के नाखून व चीतल के सींग के साथ तस्कर गिरफ्तार
बाघ की खाल, तेंदुए के नाखून व चीतल के सींग के साथ तस्कर गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, भंडारा। भंडारा जिले में वन विभाग के अमले ने वन्यजीवों का शिकार कर उनके अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बाघ की एक खाल, 22 नाखून, तेंदुए के 2 नाखून और चीतल के 7 सींगों समेत जंगली सुअर का मांस जब्त किया गया है। जानकारी के मुताबिक, नाकाडोंगरी के वन्यपरिक्षेत्र अधिकारी को मिली खुफिया सूचना पर रविवार को तुमसर तहसील के सीतासावंगी गांव में छापा मारा गया। यहां मनीराम आनंदराम गंगबोइर के घर से उक्त सामग्री बरामद की गई।
संपर्कों को खंगालने में लगी है पुलिस
प्राथमिक जांच में मनीराम ने बताया कि उसने शिव मदन कुंभरे और अन्य के साथ मिलकर 28 जून को गांव के ही शब्बीर बाबू के खेत में विघुताघात से बाघ का शिकार किया था। पुलिस फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों के संपर्कों को खंगालने में लगी है। जानकारी के अनुसार आरोपी शिव मदन कुंभरे के घर की तलाशी लेने पर उसके घर में सेट्रिंग तार, बबूल की खुंटी, पका हुआ जंगली सुअर का मांस जब्त किया गया। शिवमदन कुमरे ने जंगली सुअर का मांस विजय सुंदरलाल पारधी निवासी गुडरी तहसील तुमसर व रविंद्र किसन राहांगडाले निवासी गोबरवाही तहसील तुमसर को भी बिक्री किया था।
अन्य आरोपी होने की आशंका
29 जून को मनीराम गंगबोइर के घर की पुन: जांच करने पर मनीराम के घर पर 22 बाघ के नाखून व 2 तेंदुआ के नाखून जब्त किये गये। मनीराम गंगबोइर व शिव मदन कुंभरे ने मिलकर बाघ का शिकार कर बाघ की खाल निकालकर बकाया अवशेष को आरिक्षत वनक्रमांक 65 सीतासावंगी में मिट्टी के नीचे दबा दिया था। प्रकरण में कोडापे प्रकाष्ठ निष्कासन अधिकारी गडेगांव, ने समय पर घटनास्थल में पहुंचकर बाघ की खाल समेत अन्य अंग जब्त किया। प्रकरण में चुमरु ताराचंद कोहले निवासी राजापुर, रोहित नरङ्क्षसग भत्ता, मनीराम गंगबोइर, शिव मदन कुंभरे, विजय सुंदरलाल पारधी, रविंद्र किसन राहांगडाले को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अन्य आरोपी होने की आशंका जताई जा रही है।
नर है मारा गया बाघ
शिकार कर मारा गया बाघ नर है या मादा, इसका पता अब तक नहीं चल पाया। इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों को 5 जुलाई को वनकस्टडी में रखने का आदेश दिया गया है। प्रकरण में आरोपियों तक पहुंचने में राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण के अधिकारियों ने सहयोग किया है। आगे की जांच कोडापे प्रकाष्ठ निष्कासन अधिकारी गडेगांव कर रहे हैं।
बढ़ सकते हैं और आरोपी
इस मामले में बाघ का शवविच्छेदन किया गया है। अभी उसकी रिपोर्ट आने की है। इसमें बाघ के लिंग व आयु का पता चल जायेगा। साथ ही इस मामले में आरोपी बढ़ने की आशंका है।
- विवेक होशिंग, उपवनसंरक्षक भंडारा