एनसीबी ने कहा हमने निष्पक्ष प्रक्रिया का पालन किया, आरोप झूठे और निराधार हैं
मुंबई क्रूज ड्रग्स केस एनसीबी ने कहा हमने निष्पक्ष प्रक्रिया का पालन किया, आरोप झूठे और निराधार हैं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सहित आठ लोगों को पिछले रविवार को गिरफ्तार किया गया था। जब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मुंबई के तट पर एक क्रूज जहाज पर छापा मारा था। तब से इस मामले में कई मोड़ आए हैं। जिसमें एनसीबी पर कई तरह के आरोप भी लगाए गए हैं। वहीं शनिवार को एनसीबी ने प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया से कहा कि, जब्ती मेमो या पंचनामा कानून द्वारा स्थापित प्रावधानों के अनुसार तैयार किए गए थे। ये पंचनामा चार्जशीट का हिस्सा होंगे और ये जांच के लिए खुले हैं।
एंटी-ड्रग्स एजेंसी ने यह भी उल्लेख किया कि प्रक्रियाओं के दौरान स्वतंत्र सार्वजनिक गवाहों की आवश्यकता होती है। "कुल नौ स्वतंत्र सार्वजनिक गवाह शामिल थे। हम ऑपरेशन से पहले गवाहों के बारे में नहीं जानते थे,"।
#WATCH | A total of 9 independent witnesses were involved in the operation Manish Bhanushali KP Gosavi were among them. None of the independent witnesses including these two persons were known to NCB prior to this operation: NCB Dy DG Gyaneshwar Singh on drugs-on-cruise case pic.twitter.com/eV7i6tS5qp
— ANI (@ANI) October 9, 2021
एनसीबी के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त, इस सप्ताह की शुरुआत में गिरफ्तारी के बाद से छह अनुवर्ती बरामदगी की गई है। वहीं एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा कि कार्रवाई के दौरान उचित प्रक्रिया का पालन किया गया था और जांच प्रमुख हस्तियों के खिलाफ डायन हंट नहीं है।
आपको बता दें कि, आर्यन खान को शुक्रवार को जमानत से वंचित करने से लेकर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एनसीपी द्वारा क्रूज पर रेव पार्टी पर की गई छापेमारी को पूर्व-सुनियोजित साजिश बताया। उन्होंने मीडिया के सामने आने के बाद मलिक ने कहा था, कि NCB ने टारगेट करके क्रूज पर छापा मारा और 1300 लोगों में से सिर्फ 11 लोगों को हिरासत में लिया था।
इतना ही नहीं मलिक ने कहा कि, पकड़े गए सभी आरोपियों को NCB ऑफिस लाया गया और इसमें से आर्यन, अरबाज और मुनमुन समेत 8 को अपने पास रखते हुए बाकी 3 आरोपियों को जाने दिया गया। उनका आरोप है कि छोड़े गए तीन लोगों में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके मोहित कंबोज का साला ऋषभ सचदेवा शामिल है।