सोसाइटी में अवैध निर्माण का विरोध करने पर एक महिला डॉक्टर की जमकर पिटाई
नोएडा और ग्रेटर नोएडा सोसाइटी में अवैध निर्माण का विरोध करने पर एक महिला डॉक्टर की जमकर पिटाई
डिजिटल डेस्क, ग्रेटर नोएडा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सोसायटी में अवैध निर्माण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और विवाद भी। श्रीकांत त्यागी का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि ग्रेटर नोएडा के जलवायु विहार सोसाइटी में अवैध निर्माण का विरोध करने पर एक महिला डॉक्टर की पड़ोसियों ने जमकर पिटाई कर दी। उसे गंभीर चोटें आई हैं और उसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
डॉक्टर के साथ हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया भी वायरल हो रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक डॉ रश्मि शर्मा ग्रेटर नोएडा के जलवायु विहार के मकान नंबर 267 में रहती हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दनकौर में तैनात हैं। रश्मि के पति एस.एम. शर्मा वायु सेना से रिटायर होने के बाद सैनिक स्कूल में डायरेक्टर के पोस्ट पर दूसरे राज्य में तैनात हैं। यहां पर वह अपने बुजुर्ग माता पिता के साथ रहती हैं। उनके फ्लैट के ऊपर रहने वाले उनके पड़ोसी अरुण कुमार और उनकी परिवार की महिलाओं ने उन्हें बुरी तरह पीटा। उन्हें सिर और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।
रश्मि का कहना है उनके पड़ोसी अरुण कुमार ने न सिर्फ उनके साथ बदसलूकी की, बल्कि मारपीट भी की। इसके बाद अपने परिवार की महिलाओं को बुलाकर भी उन्हें बुरी तरह पीटा। डॉक्टर आरोप है कि शिकायत पर पहुंची पुलिस ने भी मामले में हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को छोड़ दिया। सोशल मीडिया पर इस मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है। इस मारपीट के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि डॉ रश्मि शर्मा नीचे गिरी हैं और कई लोग उनके साथ मारपीट कर रहे हैं।
जब उनके माता-पिता बचाने आए तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई और मारपीट की गई। उनके फ्लैट के ऊपर अरुण कुमार का फ्लैट है जो लगातार अवैध निर्माण करने की कोशिश कर रहा है जिसका वो विरोध कर रही थी। इसकी शिकायत आरडब्ल्यूए से भी गई और आरडब्ल्यूए ने अरुण कुमार के निर्माण पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद दबंगई दिखाते हुए वे निर्माण कर रहे थे।
सोर्सः आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.