जीईपी अभियान 2023: किशोर बालिकाओं को टेक्नोलॉजी की बदलाव लाने वाली शक्ति के बारे में मिली जानकारी
कठपुतली शो का प्रदर्शन भी किया गया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल में बालिकाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से जीईपी अभियान 2023 के तहत किशोरी मेले का आयोजन किया गया। परियोजना से जुड़े 6 स्कूलों में आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 2200 छात्र प्रतिभागियों और 140 शिक्षक प्रतिभागियों के साथ बच्चों और अभिभावकों, समुदाय के सदस्यों, शिक्षकों और टीम के सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इंटरनेट की सहज उपलब्धता और उपयोग के बारे में नए दृष्टिकोण के साथ लोगों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
किशोरी मेले में साइबर सुरक्षा के साथ-साथ बेहतर एवं लैंगिक रूप से उत्तरदायी ऑनलाइन अनुभवों को बढ़ावा देने में पेशेवरों तथा अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर बल दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोर बालिकाओं के लिए टेक्नोलॉजी की बदलाव लाने वाली शक्ति के बारे में जानकारी प्रदान करना भी था।
वर्तमान में जारी जीईपी अभियान 2023 के तहत भोपाल में हाल ही में आयोजित किशोरी मेला एक महत्वपूर्ण अवसर था, जिसने डिजिटल भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए सम्मिलित रूप से सभी के प्रयासों को प्रदर्शित किया। इस कार्यक्रम में बोल बहना समिति का गठन किया गया, जो स्कूलों की प्रोफाइलिंग करने, साइबर सुरक्षा के विषय पर चर्चाओं का नेतृत्व करने और विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने के लिए प्रतिबद्ध एक समूह है।
बोल बहना समिति उसकी अगवाई में आयोजित सुबह की सभा में साइबर सुरक्षा पर प्रतिज्ञा की गूंज सुनाई दी, जिसने शिक्षकों और छात्रों को एक साझा विचार के लिए संकल्प लेने के उद्देश्य से एकजुट किया। बालिकाएं इस जागरूकता अभियान की सच्ची वास्तुकार हैं, जिन्होंने साइबर सुरक्षा और डिजिटल अधिकारों के विषय पर एक कठपुतली शो तैयार किया और उसका प्रदर्शन किया, जिसे सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया।
इंटरएक्टिव लर्निंग की सोच के साथ, डिजिटल सुरक्षा- की थीम पर आधारित सांप और सीढ़ी गेम ने शिक्षकों और लड़कियों ने भाग लिया, जो उचित जानकारी के बिना डिजिटल क्षेत्र में नेविगेट करने के संभावित खतरों पर जोर देता है। साइबर सुरक्षा के विषय पर फिल्म की स्क्रीनिंग और उसके बाद गहन चर्चाओं ने सुरक्षित ऑनलाइन अभ्यास की अहमियत को सिनेमाई नजरिये से पेश किया।
इस मौके पर रूम टू रीड की कंट्री डायरेक्टर, पूर्णिमा गर्ग ने कहा, “किशोरों के लिए डिजिटल भविष्य को सुरक्षित बनाने की दिशा में जीईपी अभियान 2023 और किशोरी मेले जैसे आयोजनों की अहमियत काफी अधिक है। छात्र, शिक्षक, अभिभावक और समुदाय एकजुट होकर जीईपी अभियान के मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं, और हम डिजिटल साक्षरता एवं साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार प्रगति कर रहे हैं।”
पुलिस विभाग की सक्रिय भागीदारी से इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका जुड़ गई, जिसमें अधिकारियों ने लड़कियों को अपना निशाना बनाने वाले प्रचलित साइबर अपराधों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की और ऑनलाइन सुरक्षित रहने के बारे में सही राह दिखाई। इस आयोजन में बड़ी संख्या में बालिकाओं की रचनात्मक अभिव्यक्ति भी दिखाई दी, जिसके तहत बालिकाओं ने पोस्टर-निर्माण गतिविधियों के माध्यम से अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया और उन्होंने साइबर सुरक्षा के विषय पर केंद्रित सामग्री तैयार की।