क्राइम: नाबालिग की खुदकुशी के मामले में निलंबित एएसआई पर अपराध दर्ज

  • रेल एसपी ने कटनी जीआरपी की टीआई को जांच सौंपी थी
  • मृतक के परिजनों और आसपास रहने वाले लोगों के बयान भी दर्ज किए
  • 16-17 जून की दरम्यानी रात पुष्पेन्द्र ने खुदकुशी कर ली थी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-24 15:26 GMT

डिजिटल डेस्क, सतना। 17 वर्षीय नाबालिग की खुदकुशी के मामले में राजकीय रेल पुलिस ने निलंबित सहायक उपनिरीक्षक मुकेश सुमन के खिलाफ आईपीसी की धारा 305 (अपराध क्रमांक 272/24) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस प्रकरण में रेल एसपी सिमाला प्रसाद ने कटनी जीआरपी की टीआई अरुणा वाहने को जांच सौंपी थी, जिन्होंने घटना स्थल का मुआयना करने के साथ मृतक के परिजनों और उसकी दुकान के आसपास रहने वाले लोगों के बयान भी दर्ज किए थे। प्राथमिक पड़ताल के पश्चात जीआरपी चौकी में अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपी एएसआई को पूर्व में ही सतना एसपी आशुतोष गुप्ता ने निलंबित कर पुलिस लाइन भेज दिया था।

क्या है मामला?

गौरतलब है कि पुष्पेन्द्र पुत्र कमलेश प्रजापति 17 वर्ष, निवासी गलबल थाना जैतवारा, अपनी नानी मनगिरिया और नाना बेलानी प्रजापति निवासी गुढ़वा थाना उचेहरा, के साथ रहकर प्रेमनगर अंडर ब्रिज के पास मिट्टी के बर्तनों की दुकान लगाता था। घटना से एक महीने पहले उसका मोबाइल फोन चोरी हो गया, जिस पर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया, मगर कार्रवाई नहीं हुई तो उसने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी, जिसकी जांच एएसआई मुकेश सुमन को दी गई।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस कर्मी ने शिकायत वापस लेने के लिए पुष्पेन्द्र को कई बार थाने बुलाकर प्रताडि़त किया। इतना ही नहीं एक बार अपनी बाइक देकर शराब लाने भेजा, तब गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई, जिस पर एएसआई नाबालिग के साथ बुरी तरह मारपीट की थी। इन्हीं कारणों के चलते 16-17 जून की दरम्यानी रात पुष्पेन्द्र ने खुदकुशी कर ली थी।

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