सतना: नामी कंपनी के लोगो और ब्रांड की नकल पर सतना की फर्म सीज
- दिल्ली से आई लीगल टीम ने पुलिस के साथ मारा छापा
- फैक्ट्री के अंदर स्वच्छता का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था।
- कोर्ट के आदेश के बाद ऐसा करना गैरकानूनी और आपराधिक हो गया है।
डिजिटल डेस्क,सतना। देश की एक बड़ी कंपनी के दो प्रसिद्ध ब्रांड और लोगो की नकल कर बाजार में रिफाइंड आयल का कारोबार कर रहे सतना के व्यापारियों की फर्म को दिल्ली से आई लीगल टीम ने पुलिस के साथ छापा मारकर सीज कर दिया।
इस दौरान फर्म के संचालकों से जमकर बहसबाजी भी हुई। बताया गया है कि कोलगवां थाना अंतर्गत गोपाल कॉलोनी-टिकुरिया टोला में आशा एंड आशा ट्रेडर्स का संचालन धर्मेन्द्र सेवानी और उनके भाई कर रहे हैं, जिसमें नामी कंपनी के लोगो और दो प्रचलित ब्रांडों की नकल कर रिफाइंड आयल मार्केट में खपाया जा रहा है।
यह शिकायत मिलने पर संबंधित कंपनी ने दिल्ली हाईकोर्ट में अपील दायर कर दी और अपने पक्ष में फैसला आने पर आदेश की तामीली के लिए एक लीगल टीम को सतना के लिए रवाना कर दिया।
एसपी से मिली अधिवक्ताओं की टीम
फर्म की तरफ से अधिवक्ता नम्रता जैन, विजय सोनी बुधवार को सतना पहुंचे और पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता से मुलाकात कर हाईकोर्ट का आदेश दिखाते हुए मदद मांगी, जिस पर एसपी ने कोलगवां टीआई को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए।
तब वकीलों की टीम पुलिस बल के साथ कार्रवाई के लिए आशा एंड आशा ट्रेडर्स पहुंची, जहां पहले तो संचालकों ने जमकर बहसबाजी की, मगर जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो नरम पड़ गए।
बड़े पैमाने पर हो रही थी नकल
नामी कंपनी के रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क और कॉपीराइट का उल्लंघन कर सतना की फर्म के संचालकों ने मिलते-जुलते नामों के 5 ब्रांड तैयार कर बाजार में माल उतार दिया था। संयुक्त टीम को फैक्ट्री और गोदाम में बड़े पैमाने पर खुला और पैकटों में भरा रिफाइंड ऑयल मिला, तो डुप्लीकेट नामों के स्टीकर, रैपर व अन्य सामग्री भी हाथ लगी।
फैक्ट्री के अंदर स्वच्छता का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था। ऐसे में लीगल टीम ने फैक्ट्री व गोदाम को सीज करते हुए 19 जून से कंपनी से मिलते-जुलते नामों का इस्तेमाल कर रिफाइंड ऑयल बेचने पर रोक लगा दी है। कोर्ट के आदेश के बाद ऐसा करना गैरकानूनी और आपराधिक हो गया है।
एक करोड़ का दावा भी ठोका
जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद आशा एंड आशा ट्रेडर्स के संचालकों पर ब्रांडेड रिफाइंड ऑयल का व्यापार करने वाली कंपनी ने 1 करोड़ का दावा ठोक दिया है। हालांकि अभी आरोपों पर पक्ष रखने और जवाब देने का एक मौका सतना के व्यापारी बंधुओं के पास बचा है।