ऑन द स्पॉट: कहीं फैमिली रेस्टोरेंट तो कहीं बिलियर्ड की ट्रेनिंग, कहीं क्लीनिक तो कहीं वर्कशॉप और गोदाम

  • फोरलेन रीवा रोड की न्यू मार्केट में 500 मीटर पर 15 बेसमेंट, मगर किसी का भी पार्किंग के लिए उपयोग नहीं
  • मानवीय गतिविधियों के बाद भी न वेंटिलेशन न आग से बचाव

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-31 09:54 GMT

डिजिटल डेस्क,सतना। जिला मुख्यालय की सबसे व्यस्ततम फोरलेन रीवा रोड में महज 500 मीटर पर यूं तो 15 बेसमेंट हैं,मगर इनमें से एक का भी उपयोग वाहनों की पार्किंग के लिए नहीं होता है। पिछले एक दशक के दौरान यह मुख्य सडक़ न्यू मार्केट के रुप में डेवलप हुई है।

किसी तहखाने में क्लीनिक तो किसी में वर्कशॉप, किसी में फैमिली रेस्टोरेंट तो किसी में शोरुम चल रहे हैं। कई बेसमेंट में गोदाम चल रहे हैं। भास्कर टीम ने ऑन द स्पॉट पाया कि एक बेसमेंट में बिलियर्ड की टेबिल सजी थी। बताया गया कि यहां बच्चों का भी आना-जाना है।

तहखानों में शो रुम और सुपर मार्केट

इसी रोड पर बस स्टैंड के पास एक ओर तहखाने में जहां प्रधानमंत्री कौशल केंद्र चल रहा है, वहीं दूसरी ओर नशा मुक्ति क्लिनिक और अन्य क्लीनिक हैं। महंगे शो रुम और सुपर मार्केट भी चल रहा है।

मोबाइल रिपेयरिंग और टूव्हीलर के शोरुम भी भूमिगत हैं। बेसमेंट के बेलगाम व्यावसायिक उपयोग के कारण बाहर सडक़ों पर भारी जाम एक स्थायी समस्या बन गई है। कारोबारी तो कारोबारी आने-जाने वाले ग्राहकों के फोर और टू व्हीलर भी बाहर सडक़ पर ट्रैफिक जाम करते हैं।

मानवीय गतिविधियों के बाद भी न वेंटिलेशन न आग से बचाव

धड़ल्ले से बेसमेंट के कारोबारी उपयोग और इन पर मानवीय गतिविधियों के बाद भी भूमिगत भवनों में न तो वेटिंलेशन मिला और न ही आग जैसी आपदा से बचाव के उपाय ही दिखे। अंदर का पावर सिर्फ इनवर्टर के भरोसे है।

इस रोड में दुकानों के बेसमेंट के वास्तविक उपयोग को लेकर इससे पहले भी नगर निगम की कवायद चलती रही है। नगर निगम का अमला पहले प्राय: नोटिस-नोटिस खेलता रहा है। शहर के अंदर बाधित यातायात और हादसों की जब जब बात चली तब तब बेसमेंट के नाम पर नोटिस कटे...मगर बातें सिर्फ आती-जाती ही रहीं हैं।

और,अब हादसे के सबक, सर्वेक्षण शुरू

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजेंद्र नगर की एक भूमिगत कोचिंग में जलभराव से 3 बच्चों की मौत के बाद एक्शन मोड पर आई राज्य सरकार ने भी नगर निगम के मुस्के कसे हैं। इस हादसे से सबक के क्रम में मंगलवार को नगर निगम के कमिश्नर शेर सिंह मीना ने बेसमेंट के उपयोग की पड़ताल

के लिए तीन अलग-अलग टीमें बनाई हैं। सर्वेक्षण के दौरान तय किया जाएगा कि क्या बेसमेंट निर्माण के लिए भवन अनुज्ञा ली गई है। अगर बिना अनुज्ञा निर्माण हुए हैं तो इन्हें सील कर दिया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाना है कि बेसमेंट का उपयोग सिर्फ पार्किंग के लिए हो।

इनका कहना है-

1.शहर के बेसमेंट के निर्माण की वैधानिकता की जांच के साथ उसके वैधानिक उपयोग सुनिश्चित किए जाने के लिए सर्वेक्षण शुरू किया गया है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर नियमों के तहत कार्यवाही की जाएगी।

शेर सिंह मीना, निगमायुक्त

2. शासन से अवैध बेसमेंट पार्किंग सीज करने के निर्देश मिले हैं। सर्वे किया जा रहा है। रिपोर्ट के बाद आवश्यक कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।

अंशुमान सिंह, अतिक्रमण अधिकारी

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