नाकाफी है बेसिक ट्रेनिंग: स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में पहली बार पुलिस बजाएगी अपना बैंड
- जवान परेशान: बिगड़ रहा है सुर- ताल, संभाले नहीं संभल रही नई जिम्मेदारी
- 13 अगस्त तक दोनों टाइम पूर्वाभ्यास किया जाएगा।
- पेशेवर प्रदर्शन के लिए स्टूमेंट्स की अच्छी समझ और नियमित अभ्यास चाहिए।
डिजिटल डेस्क,सतना। स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस जैसे जिला स्तरीय मुख्य समारोहों में पुलिस की अपनी बैंड पार्टी की अनिवार्यता के राज्य शासन के फरमान ने पुलिस जवानों के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। तकरीबन 26 वर्ष बाद यहां यह पहला मौका होगा जब पुलिस अपना बैंड स्वयं बजाएगी।
इससे पहले परंपरागत तौर पर यहां प्रायवेट बैंड पाॢटयां काम चला रही थीं। पुलिस परेड ग्राउंड में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के लिए शुरु हुए 7 दिवसीय रिहर्सल के पहले ही दिन मंगलवार को बैंड दल में शामिल पुलिस कर्मियों को पसीना आ गया।
न सुर मिल रहा था और न ही ताल
फाइनल रिहर्सल 13 अगस्त को होना है। नाम छिपाने की शर्त पर कुछ पुलिस कर्मियों ने माना कि जबलपुर में आयोजित 7 दिवसीय बेसिक प्रशिक्षण काफी नहीं है।
पेशेवर प्रदर्शन के लिए स्टूमेंट्स की अच्छी समझ और नियमित अभ्यास चाहिए। शार्ट नोटिस में मिला यह जिम्मा संभाले नहीं संभल रहा है।
प्रशिक्षण से इंकार पर सस्पेंड हो चुके हैं 4 पुलिस कर्मी
उल्लेखनीय है, हाल ही में बैंड पार्टी में शामिल होने की जिम्मेदारी से इंकार करने पर मैहर के एसपी ने 4 जवानों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। उल्लेखनीय है, जबलपुर में आयोजित 7 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए सतना की जिला पुलिस के 3 और मैहर जिला पुलिस बल के 8 जवानों का चयन किया गया था, लेकिन मैहर के 4 जवानों ने प्रशिक्षण लेने से ही इंकार कर दिया था।
एसएएफ के हवाले बैंड दल
जानकारों ने बताया कि सतना में मुख्य समारोह के लिए ग्वालियर से एसएएफ की 14 वीं बटालियन के 14 जवान और मैहर के लिए एसएएफ की ही 10 वीं बटालियन के 7 जवान सागर से भेजे गए हैं। जबलपुर से प्रशिक्षण लेकर आए सतना के 3 और मैहर के 4 जवान एसएएफ की इन बैंड पार्टियों के लिए बैकअप का काम करेंगे। पहले दिन परेड ग्राउंड में एक टाइम और अब 13 अगस्त तक दोनों टाइम पूर्वाभ्यास किया जाएगा।