सतना: श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास की प्रथम बैठक में सीएम

  • अयोध्या की तरह होगा चित्रकूट का विकास
  • श्रीराम वन गमन मार्ग से जुड़े सभी स्थलों का विकास किया जाएगा
  • राम वन पथ गमन मार्ग में 1450 किलोमीटर की दूरी शामिल है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-17 11:08 GMT

डिजिटल डेस्क,सतना। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने चित्रकूट में मंगलवार को श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास की प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम के तपोधाम चित्रकूट का विकास अयोध्या की तरह किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम वन गमन मार्ग से जुड़े सभी स्थलों का विकास किया जाएगा।

विकास की कार्य योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। सीएम ने कहा कि विद्वानों के परामर्श से अधोसंरचना विकास के साथ-साथ कार्य योजना में धार्मिक चेतना, आध्यात्मिक विकास और रामकथा से जुड़े आयामों को भी शामिल किया जाएगा।

पर्यटन कैलेंडर में शामिल होगा अयोध्या मेला

सीएम डा.मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्रीकामता नाथ के परिक्रमा पथ का निर्माण शीघ्र कराया जाएगा। चित्रकूट के अमावस्या मेला को पर्यटन कैलेंडर में शामिल करेंगे। उन्होंने कलेक्टर को निर्देशित किया कि वे जिला पर्यटन संवर्धन परिषद को सक्रिय करते हुए चित्रकूट में पर्यटन गतिविधियों को और भी सक्रिय करें।

राम वन पथ गमन से जुड़े निर्माण कार्यों को लोक चेतना में भी शामिल करें। डा.यादव ने बताया कि राम वन पथ गमन के प्रमुख स्थलों में सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

चित्रकूट के व्यापक प्रचार के निर्देश देते हुए सीएम ने श्रीराम कथा और उनके जीवन से जुड़ी प्रदर्शनी लगाने के भी निर्देश दिए।

155 मंदिरों की पुस्तक का विमोचन

श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास की प्रथम बैठक में मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने प्रदेश के मंदिरों पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। इसमें 155 प्रमुख मंदिरों के छायाचित्र तथा 6800 राम मंदिरों की जानकारी संकलित है।

बैठक में प्रमुख सचिव धर्मस्व तथा संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने राम वन पथ गमन के लिये तैयार की गई कार्य योजना की जानकारी देते हुये बताया कि प्रदेश में राम वन पथ गमन मार्ग में 1450 किलोमीटर की दूरी शामिल है। इसमें 23 प्रमुख धार्मिक स्थल है।

वर्चुअल जुड़ीं मुख्य सचिव

बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा वर्चुअली जुड़ीं। जबकि धर्मस्व राज्यमंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, नगरीय विकास एवं राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सांसद गणेश सिंह, विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार, डा. जितेंद्र जामदार, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह एवं धर्मस्व राजेश राजौरा, पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह, नगरीय प्रशासन आयुक्त भरत यादव, पर्यटन विकास निगम के संचालक डा. टी इलैयारजा, रीवा संभाग की प्रभारी कमिश्नर प्रतिभा पाल, कलेक्टर अनुराग वर्मा एवं न्याय के पदाधिकारी भी मौजूद थे।

ग्रामोदय के कुलपति डा.भरत मिश्रा ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्हित भेंट कर सम्मानित किया।

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