सतना: व्यापारी के बेटे को अगवा कर मांगी 50 लाख की फिरौती, पहचान छिपाने हत्या कर देवांगना घाटी में फेंकी लाश
- व्यापारी के बेटे को अगवा कर मांगी 50 लाख की फिरौती, पहचान छिपाने हत्या कर देवांगना घाटी में फेंकी लाश
- पुलिस ने 6 घंटे के अंदर 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, सतना। चित्रकूट थाना क्षेत्र के रैपुरा से 50 लाख की फिरौती के लिए गुटखा व्यापारी के बेटे को अगवा कर मौत के घाट उतारने की घटना का खुलासा कर पुलिस ने अपचारी बालक समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि रैपुरा निवासी सुधांशु पुत्र राजधर 16 वर्ष, विगत 10 फरवरी को रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था, जिसकी तलाश में परिजन अपने स्तर पर प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान 2 दिन बाद 12 फरवरी को अंजान मोबाइल नम्बर से किसी ने नाबालिग के पिता को फोन कर सुधांशु को अगवा करने की बात कही, जिससे वह सकते में आ गए। इसके बाद अपहरणकर्ता ने फोन काट दिया और एक घंटे बाद फिर से सम्पर्क कर बेटे को जिंदा छोडऩे के एवज में 50 लाख की फिरौती मांगी, जिससे वह घबरा गए और तुरंत अपनी पत्नी मंजू देवी को सूचित कर थाने जाने के लिए कहा, लिहाजा महिला आनन-फानन रैपुरा पुलिस के पास पहुंची और शिकायत दर्ज कराई, जिस पर धारा 364 का अपराध दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी गई।
धमकी भरे फोन कॉल से मिला सुराग ---
अपहरणकांड की सूचना मिलते ही चित्रकूट एसपी अरूण कुमार सिंह ने एसओजी का गठन कर मैदान में उतार दिया, तो वहीं रैपुरा पुलिस को भी जल्द से जल्द नाबालिग को मुक्त कराने के निर्देश दे दिए। इसी बीच कानपुर से रैपुरा लौटे लडक़े के पिता राजधर ने पुलिस को अपहरणकर्ता का फोन नम्बर और बातचीत की रिकार्डिंग सौंप दी। तब साइबर सेल की मदद से उक्त सिमकार्ड धारक की पहचान दद्दू पटेल के रूप में करते हुए पूछताछ के लिए बुलाया गया तो युवक ने बताया कि दो दिन पहले किसी ने मोबाइल से सिमकार्ड चोरी कर लिया था। इसी के साथ युवक को कॉल की रिकार्डिंग सुनाई गई तो उसने फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान विनय कुमार पुत्र रामसागर पटेल निवासी बरौनीतीर, थाना बहिलपुरवा, के रूप में कर ली। कॉलर की पहचान होते ही एसओजी ने संभावित ठिकानों पर दबिश देते हुए 12 फरवरी की देर रात को विनय को चित्रकूट से पकड़ लिया, जिसने गिरफ्त में आते ही सारी कहानी उगल दी।
छात्र के नाबालिग दोस्त ने बनाया था प्लान ---
आरोपी विनय ने बताया कि इस वारदात में उसके साथ प्रिंस पुत्र राजकरण पटेल निवासी चौखड़ा-ददरीमाफी, थाना बहिलपुरवा, आशीष पटेल उर्फ दस्सा के अलावा रैपुरा का एक नाबालिग शामिल है। 11वीं कक्षा में पढऩे वाले अपचारी बालक ने ही पड़ोस में रहने वाले सुधांशु के पिता के पास गुटखा के व्यवसाय से हर रोज दो से ढाई लाख की आमदनी होने की बात कहते हुए अपहरण का प्लान बनाने के लिए कहा था। अपचारी बालक ने जान-पहचान का फायदा उठाकर सुधांशु को मिलने के लिए बुलाया और विनय के घर ले गया, जहां दो दिन तक घुमाने-फिराने के बहाने रोके रखा, फिर सोमवार को एयरपोर्ट दिखाने का झांसा देकर पैदल देवांगना ले आए, मगर एयरपोर्ट की तरफ जाने की बजाय जंगल के अंदर की तरफ बढऩे लगे। तब सुधांशु ने विरोध किया तो चारों आरोपियों ने जमकर मारपीट करने के बाद उसके पिता को फोन कर फिरौती के लिए धमकी दी और बात भी कराई। फोन कटने के बाद आरोपियों ने पत्थर से सिर कुचलकर नाबालिग को मौत के घाट उतार दिया और लाश जंगल में फेककर भाग गए। विनय के बयान पर पुलिस ने नाबालिग आरोपी और प्रिंस पटेल को भी पकड़ लिया, मगर आशीष हाथ नहीं आया। आरोपियों की निशानदेही पर सोमवार रात को ही शव बरामद कर लिया गया।
यह भी पढ़े -भांजी से दुष्कर्म के आरोपी को मैहर पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया
मृतक का मोबाइल जब्त, फरार आरोपी की तलाश जारी ---
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की निशानदेही पर मृत छात्र सुधांशु का मोबाइल, रूद्राक्ष की माला, एक जोड़ी चप्पल, आरोपी विनय का फोन, दो सिम कार्ड, हत्या में प्रयुक्त पत्थर और मफलर भी जब्त किया गया है। आरोपी आशीष के खिलाफ एमपी में भी कई गंभीर अपराध दर्ज हैं, उसका चित्रकूट में आना-जाना बना रहता है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम सरगर्मी से प्रयास कर रही है। बताया गया है कि मृतक दो भाई और दो बहनों में सबसे बड़ा था। उसकी मौत से पिता और माता सहित भाई हिमांशु, बहन प्रभावती व सोहाना का रो-रोकर बुरा हाल है। आक्रोशित परिजनों ने आरोपियों के घरों पर बुल्डोजर चलाने समेत उनके मददगारों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है। चित्रकूट एसपी ने सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा कर आरोपियों को पकडऩे वाली एसओजी और रैपुरा थाना की टीम को 25 हजार का पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है।