चुनावी तैयारी: वंचित बहुजन आघाड़ी ने कहा-आपस में बांट लें 48 सीटें, फिर हम तय करेंगे अगली रणनीति

  • इंडिया गठबंधन में शामिल करने को लेकर हो रही टालमटोल
  • आघाडी की तरफ से कहा गया कि हम लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं
  • जल्द ही अपनी आगे की दिशा तय कर सकते हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-25 15:02 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में शामिल करने को लेकर हो रही टालमटोल के बीच वंचित बहुजन आघाडी की ओर से एक बड़ा बयान आया है। आघाडी की तरफ से कहा गया कि हम लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रवक्ता प्रियदर्शी तेलंग ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम महाविकास आघाड़ी के साथ जाना चाहते हैं, लेकिन महा विकास आघाड़ी को 48 सीटें आपस में बांट लेनी चाहिए, जिसके मुताबिक हम अपनी आगे की दिशा तय कर सकते हैं।

प्रियदर्शी तेलंग ने कहा, हमारी नीति है कि हम केंद्र और राज्य में आरएसएस, भाजपा की सरकार नहीं चाहते। इसलिए हमारा गठबंधन छोड़ने का कोई इरादा नहीं है। हम महाविकास आघाड़ी के साथ जाना चाहते हैं, लेकिन आघाड़ी हमें किसी भी चर्चा या बैठक में आमंत्रित नहीं करती है। इसलिए उन्हें 48 सीटें आपस में साझा की जानी चाहिए और फिर हम उन सीटों को लेंगे जिन पर हम लड़ना चाहते हैं।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हम वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ अगला कदम उठाएंगे लेकिन दूसरी तरफ वे कहते रहते हैं कि हम चुनाव के बाद फैसला लेंगे। हम इंडिया गठबंधन में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं। वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रवक्ता एड प्रियदर्शी तेलंग ने राय व्यक्त करते हुए कहा कि गठबंधन में बराबर सीटें बांटकर हमें चुनाव लड़ने के लिए 12 सीटें दी जानी चाहिए। तेलंग ने आगे बोलते हुए कहा, नीतीश कुमार ने भारत को अग्रणी बनाने का बीड़ा उठाया है।

इसमें कई पार्टियों ने हिस्सा लिया है और हम महाविकास आघाड़ी के साथ जाने को तैयार हैं। हम केंद्र और राज्य से भाजपा और संघ प्रणित सरकार को उखाड़ फेंकने का बीड़ा उठाने का प्रयास कर रहे हैं। हमारे पास लड़ने के लिए कितनी सीटें चाहिए, यह बातचीत का हिस्सा है। अगर हमें महाविकास आघाड़ी में शामिल नहीं किया गया तो हम आगामी चुनाव अपने दम पर लड़ने की तैयारी करेंगे। हमारी नीति महाविकास आघाड़ी के साथ जाने की है, लेकिन अगर वे हमारे साथ खिलवाड़ करते रहे तो हम आगे की तैयारी करेंगे।

तीन पार्टियाँ हमें साथ लेकर चलने को कह रही हैं लेकिन वास्तव में उन पर अमल नहीं कर रही हैं। अगर कांग्रेस पार्टी को हमसे कोई दिक्कत है तो उन्हें इस बारे में फैसला लेना जरूरी है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में फारूक अहमद, प्रो. सोमनाथ सालुंके, प्रफुल्ल गुजर, गौरव जाधव, सुनील ढेंडे उपस्थित थे।

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