रोजगार के मिलेंगे अवसर: नवी मुंबई में बनेगा देश का सबसे बड़ा डायमंड कलस्टर
- 20 हजार करोड़ का निवेश; एक लाख रोजगार का सृजन
- उद्योग मंत्री उदय सामंत की जानकारी
डिजिटल डेस्क, पुणे। देश का सबसे बड़ा हीरा क्लस्टर नवी मुंबई के महापे में स्थापित किया जाएगा, जिसमें 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। उद्योग मंत्री उदय सामंत ने शनिवार को पुणे में इसकी घोषणा करते हुए संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने यहां स्थापित होने वाले उद्योगों के लिए कुछ रियायतों और प्रोत्साहनों की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व में महाराष्ट्र आज भी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में देश में नंबर एक पर है, यह दावा भी उन्होंने किया।
रत्न एवं आभूषण के क्षेत्र में केंद्र सरकार की सर्वोच्च संस्था जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा नवी मुंबई में इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क की स्थापना की जा रही है। इस पार्क में लगभग 2 हजार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम स्थापित किये जायेंगे। साथ ही बड़ी-बड़ी नामी कंपनियां भी यहां निवेश करेंगी। मंत्री सामंत ने यह भी दावा किया कि यह देश की एकमात्र ऐसी परियोजना है। इस पार्क के लिए 1 मार्च, 2019 को आयोजित उद्योग कैबिनेट उप-समिति की बैठक में, महाराष्ट्र सरकार ने महापे में खाली भूखंड को औद्योगिक भूखंड में परिवर्तित करके जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क के लिए 86 हजार 53 वर्ग मीटर का क्षेत्र तय किया है। हालांकि यह सोचकर कि ऐसे उद्योगों के लिए न केवल जगह उपलब्ध कराई जाएगी बल्कि इन उद्योगों को कुछ प्रोत्साहन और रियायतें भी दी जानी चाहिए, उद्योग कैबिनेट उप-समिति ने 28 जून 2023 को हुई अपनी बैठक में इन उद्योगों के लिए रियायतों की घोषणा की है।
कैबिनेट उप समिति ने जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क को स्टाम्प ड्यूटी में रियायत देने का निर्णय लिया। इस पार्क के लिए महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम को 3 मैट एरिया इंडेक्स (एफएसआई) पहले ही दिया जा चुका है। अतिरिक्त 2 एफएसआई प्रदान करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा 2 एफएसआई में से 1 एफएसआई का उपयोग प्रयोगशाला में विकसित हीरा उद्योग के लिए किया जाएगा। इंडेक्स का उपयोग करके विकसित शेष 1 अतिरिक्त एफएसआई क्षेत्र को एमआईडीसी को निःशुल्क हस्तांतरित किया जाएगा। उक्त विकसित क्षेत्र रत्न एवं आभूषण के साथ-साथ लैब ग्रोन डायमंड सेक्टर से संबंधित अन्य उद्योगों के लिए आरक्षित रहेगा। स्थापित होने वाली इकाइयों के लिए पहले लीज एग्रीमेंट पर स्टांप शुल्क से छूट दी जाएगी। पार्क इकाइयों को 5 साल तक 50% जीएसटी छूट दी जाएगी। राज्य में एक नए क्षेत्र के रूप में लैब ग्रो डायमंड उद्योग के विकास के लिए विशेष मामले के रूप में, इन घटकों के लिए 5 वर्षों के लिए 2 रुपये प्रति यूनिट की बिजली शुल्क रियायत प्रदान की जाएगी। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम इकाइयों के लिए 5 वर्षों के लिए बिजली शुल्क माफी प्रदान की जाएगी। l उद्योग मंत्री उदय सामंत ने यह भी कहा कि कैबिनेट उप-समिति ने प्रति इकाई पात्र निवेश के 100 प्रतिशत की सीमा के भीतर सभी प्रोत्साहनों का भुगतान करने का भी निर्णय लिया है।