शरद पवार ने पीएम मोदी की पीठ पर रखा हाथ, चाचा- भतीजे के बीच की दूरियां भी साफ झलकी
- शरद पवार 10 मिनट पहले ही मंच पर आए
- झलकी चाचा- भतीजे के बीच की दूरियां
- मोदी पवार की मुलाकात
डिजिटल डेस्क, पुणे। एक मंच पर दो अलग-अलग विचारधाराएं, दो अलग अलग सियासी दिग्गज जब बेहद करीब नजर आए, तो जाहिर है सियासी गलियारों में तमाम तरह की चर्चाएं भी लाजमीं सी हो सकती हैं। नजारा सियासी हलकों में हलचल भरा था। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाने के दौरान एनसीपी के नेता शरद पवार ने उनकी पीठ पर हाथ रख दिया। जब्कि मोदी के कार्यक्रम में पवार का शामिल होना सहियोगी दलों को ठीक नहीं लग रहा था। एनसीपी की सहयोगी उद्धव ठाकरे की शिवसेना पहले ही इसका विरोध कर चुकी है। यही रवैया कांग्रेस का भी रहा। इसके बावजूद जब शरद पवार ने कार्यक्रम में शिरकत की और मोदी की पीठ पर हाथ रखा, तो महाराष्ट्र की सियासत में हलचल सी दिखी।
दोफाड़ एनसीपी के बाद साफ झलकी चाचा- भतीजे के बीच की दूरियां
विपक्षी दलों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभा रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस के आलाकमान शरद पवार ने मंगलवार को मोदी के साथ मंच साझा किया। शुरुआत में जहां शरद पवार का गर्मजोशी के साथ मोदी से मिलना चर्चा का विषय था, वहीं समापन पर मोदी ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की जमकर पीठ थपथपाई। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल गया। हालांकि दोफाड़ हुई एनसीपी में जब चाचा- भतीजा एक मंच पर दिखे, तो उनके बीच दूरियां भी बरकरार नजर आईं।
एनडीए बनाम विपक्षी दलों के इंडिया के बीच घमासान जारी है। चंद दिनों पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एनसीपी पर भ्रष्टाचार के आरोपों की बौछार कर दी थी। ऑपरेशन लोटस की सफलता से अजीत पवार के नेतृत्व में एनसीपी विधायकों का बड़ा गुट राज्य की शिंदे- फडणवीस सरकार में शामिल हो गया।
पुरस्कार वितरण समारोह में शरद पवार 10 मिनट पहले ही मंच पर आ चुके थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार एक साथ मंच पर पहुंचे। शिंदे और फडणवीस ने शरद पवार से मुलाकात की, लेकिन अजीत पवार शरद पवार की कुर्सी के पीछे से होते हुए अपने स्थान पर बैठ गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर आते ही पवार समेत सभी ने खड़े होकर उनका स्वागत किया। इसके बाद मोदी मंच पर सभी से मिले। मोदी शरद पवार से मिले, दोनों के बीच कुछ बात हुई और दोनों ठहाके लगाते दिखे। पवार ने मोदी की पीठ थपथपाई और सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर भी शुरु हो गया।