पुणे: सरकारी नौकरियों का निजीकरण और स्कूल दत्तक योजना के फैसलों की जली होली
- सरकारी नौकरियों का निजीकरण
- स्कूल दत्तक योजना
- फैसलों की जली होली
डिजिटल डेस्क, पुणे। लोकशाहीवादी युवा महासंघ की ओर से सरकारी नौकरियों में ठेकेदारी प्रथा और सरकारी स्कूल गोद लेने की योजना के सरकारी फैसलों (अध्यादेशों) विरोध उनकी होली जलाई गई। शुक्रवार को सोलापुर में महासंघ के जिला अध्यक्ष विक्रम कलबुर्गी के नेतृत्व में जिला परिषद के पूनम गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद जिलाधिकारी कुमार आशीर्वाद को ज्ञापन दिया गया।
राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों को संविदा पर देने का निर्णय लेकर स्थायी रोजगार को समाप्त करने का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया है। इससे सरकारी नौकरी पाने की चाह रखने वाले युवाओं का सपना टूटता जा रहा है। संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण को पूरी तरह से बंद करने की कोशिश की जा रही है। सरकार और स्थानीय निकायों के सभी माध्यमों के स्कूलों के लिए इस गोद लेने की योजना के माध्यम से, महाराष्ट्र में 62 हजार जिला परिषद स्कूलों के निजीकरण को रोका जाना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में मौत मामले में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
सभी सरकारी भर्ती प्रक्रिया महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) द्वारा आयोजित की जानी चाहिए। आरक्षित सीटों की भर्ती को सख्ती से लागू किया जाए। रोजगार विनिमय केंद्र प्रारंभ किया जाए। सरकारी अस्पतालों में हो रही मौतों के मामले में जांच कमेटी बनाई जाए। जिला प्रशासन की ओर से गोदुताई पारुलेकर नगर से भारी यातायात रोकने आदि मांग की गई। इस प्रदर्शन में अशोक बल्ला, रफीक काजी बालकृष्ण मलयाल, मधुकर चिल्लाल, अप्पाशा चान, नरेश गुल्लापल्ली, सनी कोंडा, दिनेश बड़गू, राहुल बुगले, राकेश म्हेत्रे, संतोष बोड़ा, जैद मुल्लमजहर अगावले, श्रीकांत बोगम, अजय बोड्डू, अनिल कादगी, चंद्रकांत धोत्रे, जावेद पठान , गोविंद सज्जन, अप्पाशा निकंबे शामिल थे।