एनडीए: 145वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने की महिला कैडेट की सराहना

  • राष्ट्रपति ने की महिला कैडेट की सराहना
  • 145वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-30 13:15 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे। आंखों में देश सेवा का सपना लेकर खड़कवासला स्थित एनडीए में तीन साल की कठिन ट्रेनिंग पूरी करने वाले कैडेट्स का 145वां दीक्षांत समारोह गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू की उपस्थिति में इस वर्ष का परेड संचालन समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर तीन चेतक हेलीकॉप्टरों ने तिरंगा झंडा फहराया और ऑपरेशन को सलामी दी। खडकवासला के खेत्रपाल मैदान में इस शानदार समारोह में राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, एनडीए का कठिन कोर्स पूरा करने वाले कैडेटों को देखकर मुझे खुशी हो रही है। मैं कैडेटों के माता-पिता को बधाई देती हूं। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा के लिए अपने बच्चों को अपना पूरा सहयोग दिया। 2022 से एनडीए में महिलाओं का प्रशिक्षण शुरू हो गया है और यह उल्लेखनीय है कि इस वर्ष के परेड में महिलाओं ने पहली बार भाग लिया।

सुबह के खूबसूरत माहौल में बिगुल बजने के बाद, राष्ट्रीय रक्षा प्रबोधिनी (एनडीए) के 'क्वार्टर डेक' का खुला दरवाजा और विभिन्न धुनों की धुन पर इस दरवाजे से गुजरते हुए खेत्रपाल मैदान पर सैन्य बैंड का आगमन हुआ। इसके बाद प्रबोधिनी के विद्यार्थियों के मैदान में प्रवेश ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। राष्ट्रपति मुर्मू ने परेड की समीक्षा की और छात्रों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं भी दीं। तीनों वर्षों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट प्रथम सिंह इस वर्ष के राष्ट्रपति स्वर्ण पदक के प्राप्तकर्ता रहे। कैडेट जतिन कुमार ने राष्ट्रपति का रजत पदक जीता जबकि कैडेट हर्षवर्द्धन भोसले ने राष्ट्रपति का कांस्य पदक जीता। उन्हें राष्ट्रपति ने मेडल से सम्मानित किया। चीफ ऑफ स्टाफ बैनर को जूलियन स्क्वाड्रन के हेमंत कुमार ने स्वीकार किया।

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में आगे कहा, महिलाएं आज भी करियर बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। महिला कैडेटों को प्रशिक्षण का अनुभव उनके भविष्य के करियर में काम आएगा। देश की सुरक्षा के लिए अपना सब कुछ जोखिम में डालने वाले अधिकारी यहां तैयार किये जाते हैं। प्रशिक्षण में सीखे गए मूल्य जीवन में आगे चलकर काम आएंगे।

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