खतरा: भूस्खलन के खतरे के साये में पुणे जिले के 72 गाँव

भूजल सर्वेक्षण और विकास यंत्रणा और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के सर्वे का दावा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-28 12:30 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे। पुणे जिले के अंबेगांव तालुका के मालिन गांव में 2014 में भूस्खलन से भीषण हादसा हुआ था। इसके बाद, सरकारी एजेंसियों भूजल सर्वेक्षण और विकास यंत्रणा (जीएसडीए) और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने जिले के संवेदनशील गांवों का सर्वेक्षण किया। इसमें सामने आया कि जिले के 23 गांवों को भूस्खलन का खतरा है। इस साल जीएसआई के ताजा सर्वे के बाद भूस्खलन की आशंका वाले गांवों की संख्या 72 हो गई है। सर्वेक्षण में स्पष्ट किया गया है कि इनमें से दो गांवों का तुरंत पुनर्वास किया जाना चाहिए, जबकि शेष 70 गांवों में सुरक्षात्मक उपाय लागू करने का सुझाव दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को 30 अक्टूबर तक भूस्खलन निवारण उपायों के तहत कार्यों की एक रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया है। यह रिपोर्ट जिला प्रशासन को मिलते ही नवंबर के पहले सप्ताह में राज्य सरकार को भेज दी जायेगी। उसके बाद आगे कदम उठाया जाएगा।

जीएसआई के सर्वे से पता चला है कि जिले के अंबेगांव तालुका जहां हादसा हुआ था, वहां के 23 गांव सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। जीएसआई सर्वेक्षण में उल्लेख किया गया है कि कुल सात तालुकाओं में 72 गांवों, अर्थात् मावल में 15, वेल्ह्या में दस, मुलशी में आठ, खेड़ में छह, जुन्नार और भोर तालुका में पांच-पांच गांवों की पहचान की गई है। 2020 में जीएसआई द्वारा सर्वेक्षण किए गए 23 गांवों में से 20 गांव शामिल हैं, जिनमें से मुलशी तालुका में घुटके और भोर तालुका में धनवली को तुरंत स्थानांतरित करने का उल्लेख रिपोर्ट में किया गया है। शेष 70 गांवों में, दरार की रोकथाम के उपायों के लिए सुरक्षात्मक दीवार बनाने, पानी के प्रवाह को मोड़ने, पेड़ लगाने या अस्थायी पुनर्वास के लिए वैकल्पिक व्यवस्था स्थापित करने जैसे कई कार्यों का सुझाव दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विट्ठल बनोटे ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को 70 दरार संभावित गांवों में सुरक्षात्मक और निवारक उपायों के लिए निरीक्षण करने और प्रस्ताव भेजने का आदेश दिया गया है। तदनुसार, पीडब्ल्यूडी ने अब तक 35 गांवों में काम के लिए प्रस्ताव भेजे हैं और पिछले 23 गांवों में से कई में निवारक कार्य भी पूरे कर लिए गए हैं।

तालुकावार खतरनाक गाँव

आंबेगाव : कालेवाडी एक, कालेवाडी दोन, जांभलेवाडी, पांचाले खु., भगतवाडी खु. , तलपेवाडी, सारवली, आवलेवाडी, आसाणे, कुसरे खु., अडिवरे, कालवाडी, आंबरे, कुसरे बु., पासरवाडी, बोरघर, मेघोली, दिगड, बेंडारवाडी, साकेरी, कोलतावडे, दरेवाडी.

मावल : मालेवाडी, सांगिसे, लोहगड, वाडेश्वर, वाउंड, ताजे, शिलाटणे, कलकराय, फलाने, वेहेरवाडी, बोरज, भुशी, कुसावली, मोरमारेवाडी

वेल्हे : टेकपोले, आंबवणे, सिंगापुर, गर्जेवाडी, घोल, गिवशी, मानगाव, धनगरवाडी, वाडघर, हरपुड.

मुलशी : घुटके, गडले, विठ्ठलवाडी, हिवालेबस्ती, वाजरकरवाडी, साई, झाडाचीवाडी, कलमशेत.

खेड : नायफड, शेंद्रेवाडी, गडाद, सोनारवाडी, शिरगाँव, गडदवाडी.

भोर : धानवली, डेहणे, सोनारवाडी, नानावले, जांभलेवाडी.

जुन्नर : भिवडे खु., भिवडे बु., सोनावले, हातविज, गंगालधरे 

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