दलबदल: अजित पवार के गढ़ में लगी सेंध; पूर्व महापौर संजोग वाघेरे ने बांधा शिवबंधन
मातोश्री में सैकड़ों समर्थकों के साथ शिवसेना (ठाकरे गुट) में किया प्रवेश
डिजिटल डेस्क, पुणे। जैसा कि तय माना जा रहा था मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता एवं पिंपरी चिंचवड़ शहर के पूर्व महापौर संजोग वाघेरे ने अपनी कलाई से राष्ट्रवादी की 'घड़ी' निकालकर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) का 'शिवबंधन' बांध लिया है। शनिवार को अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ वाघेरे ने शिवसेना में प्रवेश किया। मुंबई में मातोश्री पर पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और वरिष्ठ नेता संजय राउत ने वाघेरे और उनके समर्थको का स्वागत किया। ठाकरे ने इस प्रवेश पर कहा, यह संघर्ष का काल है, जो भावुक हैं वे भगवा के प्रति समर्पित हैं, तो जो होलसेल वाले हैं वह बताने की जरूरत नहीं है, उन्हें उसी खोखे में बंद कर देना है। इन शब्दों में उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट पर निशाना साधा। हम पुणे में जहां छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म हुआ था, वहां से गद्दारों को दफनाने की शुरुआत करेंगे।
लोकसभा चुनाव बस कुछ ही महीने दूर हैं। अगले दो से तीन महीने में कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है। राजनीतिक दलों ने कई सीटों पर उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। तदनुसार, पूरे राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम ने गति पकड़ ली है। भूतपूर्व महापौर और कट्टर 'अजीतदादा' समर्थक संजोग वाघेरे ने इस सप्ताह 25 दिसंबर को मातोश्री जाकर उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। उनके बीच मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से टिकट को लेकर चर्चा हुई, ठाकरे ने इसके लिए उनसे दो दिन का समय माँगा। इसके बाद आज शनिवार (30 दिसंबर) को वाघेरे ने पिंपरी चिंचवड़ में जोरदार शक्तिप्रदर्शन करते हुए मुंबई पहुंचकर मातोश्री में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ शिवसेना में प्रवेश किया। वाघेरे के शिवसेना में शामिल होने से उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और उनके गुट को जोरदार झटका लगा है।
इस प्रवेश के दौरान पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि, जब से मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र अस्तित्व में आया है तब से ही यहाँ शिवसेना जीतती आ रही है। शिवसेना ने जिन्हे उम्मीदवारी दी उन्होंने ही धोखा दिया है। एक गद्दार और एक स्वाभिमानी व्यक्ति के बीच का अंतर संजोग वाघेरे में है। आज आप सभी लोग शिवसेना में आये, जबकि हमारे पास कोई सत्ता नहीं है. इसमें कोई शक नहीं कि हमारी सत्ता आएगी। सत्ता हथियाने वालों के पास से जहाँ सत्ता नहीं है वहां आप सत्ता लाने की जिद लेकर आ रहे हैं। कुछ लोग लाचारी में में वहां गए हैं। आपका उत्साह बताता है, मुझे प्रचार के लिए आने की जरूरत नहीं है। लोकसभा में शिवसेना का उम्मीदवार चुना जायेगा। हालाँकि मैं प्रचार में जरूर आऊंगा। यह निर्वाचन क्षेत्र भौगोलिक रूप से अलग-थलग है। रायगढ़ के शिवसैनिक भी मेरे साथ खड़े हैं। यह बताकर उन्होंने कहा कि वे पिंपरी चिंचवड़, मावल से बड़ी लीड लाना हैं। ठाकरे ने संजोग वाघेरे और समर्थकों से कहा कि आप यह चिंता मत कीजिए कि चुनाव कैसे जीता जाए, आपका उत्साह बहुत अच्छा है, वहीँ आपको जीत दिलाएगा।
शिवसेना के राजयसभा सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा, संजोग वाघेरे को शिव बंधन में बांधकर शिवसेना परिवार में शामिल कर लिया गया है। शिवसेना का परिवार बहुत बड़ा है, हम सभी शिव सेना के प्रति भावुक हैं। अब हमें लड़ना होगा, मावल की सीट को वापस शिवसेना में लाना हमारी जिम्मेदारी है। 2023 के अस्त होते ही, शिवसेना के सूरज को फिर से चमकना होगा। शिवसैनिक का पद शिव सेना के किसी भी पद से बड़ा है। हम जो संख्या, जो ताकत लेकर आए हैं, उससे पूरे मावल की, पूरे पश्चिम महाराष्ट्र की ताकत बढ़ेगी। शिवसेना सिर्फ लोकसभा ही नहीं बल्कि विधानसभा और ग्रामसभा में भी भगवा झंडा लहराना चाहती है. उद्धव ठाकरे अपने हाथ मजबूत करना चाहते हैं. संजय राउत ने कहा कि संघर्ष के दौरान हमारे साथ खड़े रहने के लिए वह आभारी हैं। वाघेरे ने कहा, मेरी जिम्मेदारी, मेरा परिवार शुरू हुआ तब ही मैं भावुक हो गया। संजय राऊत रोज सुबह दिशा-निर्देश करते हैं। देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। इसलिए हमने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में काम करने का फैसला किया। आज मैं हजारों कार्यकर्ताओं के माध्यम से शिवसेना में प्रवेश कर चुका हूं।' संजोग वाघेरे ने पार्टी में प्रवेश के समय आश्वासन दिया था कि आप जो जिम्मेदारी देंगे, मैं उसे जरूर निभाऊंगा।