किसकी दावेदारी: फडणवीस ने किया पुणे से चुनाव लड़ने से इंकार

  • बापट के निधन से रिक्त हुई सीट
  • उम्मीदवारी के लिए तेज हुई दावेदारी
  • पुणे में सक्रिय हुए सुनील देवधर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-26 15:56 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे, संतोष मिश्र।। देशभर में लोकसभा चुनाव की बयार चलनी शुरू हो गई है। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा ने चुनाव के लिए जोरदार तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच गिरीश बापट के निधन से रिक्त हुए पुणे लोकसभा क्षेत्र पर प्रदेश भाजपा ने विशेष ध्यान दिया है। हालांकि पुणे लोकसभा से भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर तरह तरह की अटकले लगाईं जा रही हैं। इस बीच पुणे के एक कार्यक्रम में देवेन्द्र फड़नवीस ने कहा है कि मुझे पुणे से विशेष प्रेम है, लेकिन कल खबर आएगी कि मैं पुणे से चुनाव लड़ूंगा, लेकिन मैं आपको पहले ही बता रहा हूं कि मैं पुणे से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा।

गौरतलब है कि साल 2022 में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ ने पुणे लोकसभा के लिए देवेंद्र फड़नवीस को उम्मीदवार बनाने की पैरवी की थी। महासंघ के अध्यक्ष गोविंद कुलकर्णी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्‌डा को पत्र भेजा था। इस पत्र में उन्होंने 2024 के आम चुनाव में पुणे लोकसभा क्षेत्र से देवेंद्र फड़नवीस को चुनाव लड़ने की मांग की थी। इस पत्र में देवेंद्र फड़नवीस की जमकर तारीफ की गई थी। पिछले पांच साल में उन्होंने यह साबित कर दिया है। देवेन्द्र फड़नवीस ही भाजपा का भविष्य हैं, ऐसा कहा गया था लेकिन फिर खुद देवेन्द्र फड़णवीस ने ये कहकर इन चर्चाओं पर पर्दा डाल दिया कि वो पुणे से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। अब एक बार फिर देवेन्द्र फड़णवीस ने यह कहकर नई चर्चा शुरू कर दी है कि उन्हें पुणे से विशेष प्रेम है लेकिन वह पुणे से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

पुणे में सक्रिय हुए सुनील देवधर

बापट के निधन से रिक्त हुई पुणे लोकसभा सीट के लिए भाजपा का उम्मीदवार कौन होगाॽ इसे लेकर पार्टी के अंदर चर्चा तेज है। पुणे लोकसभा सीट से भाजपा की ओर से पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल, पूर्व शहर अध्यक्ष जगदीश मुलिक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर के नाम पर चर्चा चल रही है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव रहे देवधर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। त्रिपुरा में भाजपा को जीत दिलाने में उनकी अहम भूमिका थी। पार्टी में उनकी पहचान अच्छे संगठनकर्ता की है। देवधर अगले दो महीने में पुणे में बड़े आयोजन कर शक्ति प्रदर्शन करने वाले हैं। इसके लिए उन्होंने सोमवार को पुणे में एक बैठक की जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा के पुराने कार्यकर्ता मौजूद थे। देवधर अगले दो महीनों में पुणे में तीन बड़े आयोजनों के जरिए अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं। इसमें लता मंगेशकर पुरस्कार, राजमाता जिजाऊ जयंती महोत्सव और मकर संक्रांति के कार्यक्रम शामिल हैं।

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर के मुताबिक फिलहाल मैं नरेंद्र मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए जुटा हूं। पुणे मेरी जन्मभूमि है। उम्मीदवारों को लेकर अभी मुझे कोई जानकारी नहीं है। पार्टी का जो आदेश होगा वह करूंगा'



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