महावितरण की अपील: बिजली काटने संबंधित किसी मैसेज या कॉल पर न करें रिएक्ट, हो रही ऑनलाइन धोखाधड़ी
- इस धोखे से बचना
- "पिछले माह बिजली बिल अपडेट नहीं होने के कारण रात 9.30 बजे बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाएगी।"
- टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं शिकायत
डिजिटल डेस्क, पुणे। नागरिकों को बिजली आपूर्ति बाधित होने का डर दिखाकर व्यक्तिगत मोबाइल नंबर से भेजे गए किसी लिंक के माध्यम से अज्ञात ऐप डाउनलोड कर ऑनलाइन भुगतान ना करें। ऐसे संदेश को नजर अंदाज करना चाहिए। इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जानी चाहिए। महावितरण ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी परिस्थिति में बिजली बिलों के भुगतान के संबंध में व्यक्तिगत नंबरों से आने वाले किसी भी एसएमएस, मौखिक या भेजे गए संदेश और किसी व्हाट्स ऐप कॉल पर भरोसा न करें।
"पिछले माह बिजली बिल अपडेट नहीं होने के कारण रात 9.30 बजे बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाएगी।"
इस तरह के फर्जी 'एसएमएस' या 'व्हाट्स ऐप' संदेश यां किसी भेजे गए लिंक पर भरोसा न करें। दिलचस्प बात है कि यह फर्जी संदेश उन नागरिकों को भेजा जा रहा है, जिनका बिजली बिल से कोई लेना-देना नहीं है या ऐसे बिजली उपभोक्ताओं को भेजा जा रहा है, जिनके बिजली बिल का भुगतान पहले ही हो चुका है।
कुछ लोग इन फर्जी संदेश या कॉल्स का जवाब देने के बाद उनसे केवल 'ऑनलाइन' के माध्यम से बिजली बिल का भुगतान करने के लिए कहते हैं, व्यक्तिगत मोबाइल नंबर से ऑनलाइन भुगतान के लिए लिंक भेजते हैं। ऐप डाउनलोड कराया जाता हैं, जिससे हैकंग की जाती है। फिर बैंक खाते में जमा राशि उड़ा ली जाती है। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं।
महावितरण के मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार के मुताबिक किसी भी संदेह या शिकायत की स्थिति में उपभोक्ताओं को 24 घंटे चलने वाले टोल-फ्री नंबर 1912, 18002123435 या 18002333435 या राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करने की अपील की गई है।
बिजली उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित रूप से बिजली बिल का भुगतान करने के लिए महाडिस्कॉम का मोबाइल ऐप और वेबसाइट www.mahadiscom.in उपलब्ध है। महावितरण द्वारा किसी भी व्यक्तिगत मोबाइल नंबर से ऐसा कोई 'एसएमएस' और 'व्हाट्सएप' संदेश नहीं भेजा जाता है। इसलिए केवल उन्हीं ग्राहकों को जिन्होंने ग्राहक संख्या के साथ अपना मोबाइल नंबर पंजीकृत किया है, उन्हें कंप्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से बिजली सेवा के बारे में सूचित करने वाला 'एसएमएस' भेजा जाता है।
इस संदेश की प्रेषक आईडी VM-MSEDCL, VK-MSEDCL, AM-MSEDCL, JM-MSEDCL है। साथ ही इस आधिकारिक संदेश के माध्यम से बिजली उपभोक्ताओं को किसी भी व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की जानकारी नहीं दी जाती है. इसमें बैंक ओटीपी साझा करने या किसी भी तरह का सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए नहीं कहा जाता है।